पूरी चौकी सहित एसओ सस्पेंड, 18 वसूलीवाज गिरफ्तार
पुलिसकर्मियों ने वसूली के लिए रखे थे निजी आदमी

पुलिस चौकी पर वसूली के मामले में 18 गिरफ्तार
बालू, गो वंश और शराब की तस्करी में संलिप्तता
स्वाभिमान जागरण संवाददाता
बलिया। यूपी के मुख्यमंत्री के जीरो टॉलरेंस नीति का जनाजा उन्हीं की पुलिस निकाल रही है। थाने और चौकी वसूली के अड्डे बने हैं। ताजा मामला बलिया जिले के नरही थाने का है। एडीजी वाराणसी और आजमगढ़ के डीआईजी ने जब संयुक्त रूप से छापेमारी की तो पुलिस के वसूली का नंगा नाच सामने आया। सड़क पर वाहनों की कतार लगी थी। कुल 18 लोग वाहन चालकों से वसूली करते मिले। मौके से वसूली के साढ़े 37 हजार रुपए भी बरामद हुए। वसूली कर रहे लोगों का पकड़ कर ले जाने के लिए अधिकारियों ने कैदी वाला ट्रक मंगाया तब सबको चौकी से गिरफ्तार कर थाने ले जाया गया।
बलिया जिले के नरही थाना के यूपी बिहार की सीमा स्थित भरौली चौराहा पर एडीजी वाराणसी व डीआईजी आजमगढ़ की दबिश के बाद कड़ी कार्रवाई करते हुए नरही थाना प्रभारी पन्नेलाल समेत नौ पुलिसकर्मियों को निलंबित किया गया है। कोरंटाडीह चौकी के प्रभारी समेत चौकी के सभी पुलिसकर्मियों को भी निलंबित किया गया है। सभी के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। दो सिपाही समेत 18 लोगों का चालान किया गया है।
नरही थाना क्षेत्र के यूपी बिहार बॉर्डर पर गंगा नदी के पुल के पार बने भरौली पिकेट पर बुधवार की रात में एडीजी वाराणसी पीयूष मोर्डिया के नेतृत्व में एसटीएफ की टीम ने बड़ी कार्रवाई की। बॉर्डर पर बालू लदे ट्रकों के साथ ही शराब और मवेशी लदे वाहनों से अवैध वसूली की शिकायत पर रात 12 के बाद से ही करवाई शुरू कर दी गई। टीम ने पिकेट से तीन पुलिसकर्मियों के साथ ही 17 प्राइवेट कर्मियों को हिरासत में ले लिया, इन्हें पुलिस ने वसूली के लिए लगाया था। सुबह डीआईजी वैभव कृष्ण, एसपी देवरंजन वर्मा के साथ ही अपर पुलिस अधीक्षक और सीओ भी मौके पर पहुंच गए थे