विषाक्त भोजन करने वाले छात्रों में से एक ने तोड़ा दम
गोरखपुर मेडिकल कालेज में इलाज के दौरान छात्र की मृत्यु

विषाक्त भोजन से बीमार छात्रों में एक की मौत
स्वामिभान जागरण संवाददाता
देवरिया। पंडित दीनदयाल उपाध्याय राजकीय आश्रम पद्धति विद्यालय, मेहरौना में गत 5 अगस्त 2024 को छात्रों को बासी खाना खाने से तबियत खराब हुई। फूड प्वाइजनिंग की घटना में गंभीर रूप से बीमार एक छात्र का जब देवरिया मेडिकल कालेज में स्थिति ठीक नहीं हुई तो उसे बाबा राघवदास मेडिकल कॉलेज, गोरखपुर रेफर किया गया। इलाज के दौरान छात्र की मौत हो गई। मृतक छात्र शिवम यादव पुत्र सदानन्द यादव, उम्र 15 वर्ष निवासी भैसहिया रामनगर, तहसील फरेंदा, जनपद महराजगंज के निवासी थे। गत पांच अगस्त को फ़ूड प्वाइजनिंग की घटना के उपरांत उनकी तबियत खराब हुई थी, जिसके बाद उन्हें महर्षि देवरहा बाबा मेडिकल कॉलेज, देवरिया में भर्ती कराया गया था। प्रारंभ में स्वास्थ्य स्थिर था। किंतु, दिनांक 6 अगस्त की दोपहर में उनकी तबियत बिगड़ी और बीपी अप्रत्याशित रूप से गिरने लगा, जिसके बाद उन्हें आईसीयू में भर्ती किया गया। किंतु स्वास्थ्य में अपेक्षित प्रगति नहीं हुई। इसके पश्चात बेहतर इलाज हेतु मेडिकल कॉलेज प्रशासन द्वारा शाम लगभग 4 बजे एडवांस लाइफ सेविंग एम्बुलेंस से बीआरडी मेडिकल कॉलेज गोरखपुर भेजा गया, जहाँ शिवम यादव को वेंटिलेटर पर रख कर ईलाज किया गया। जिला प्रशासन ने एडिशनल सीएमओ डॉ सुरेंद्र चौधरी को बीआरडी मेडिकल कॉलेज गोरखपुर में ईलाज हेतु बेहतर समन्वय स्थापित करने के लिए भी भेजा था। किंतु, आज दिनांक 7 अगस्त की सुबह शिवम यादव की दुःखद मृत्यु हो गई।छात्र की मृत्यु के बाद लोगों में काफी आक्रोश है।
छात्र की मृत्यु के बाद प्रशासन ने उठाया कठोर कदम घटना के बाद दो दिनों तक डांट फटकार कर मामले को समाप्त करने में जुटा प्रशासन छात्र की मृत्यु के बाद कठोर कदम उठाने को बाध्य हुआ। घटना के बारे में सलेमपुर के सांसद रमाशंकर विद्यार्थी ने पहले ही लोकसभा को जानकारी दी थी। इस बीच छात्र की दुखद मौत के बाद प्रशासन ने भी कड़ा रुख अख्तियार किया है। उसके बाद जिला समाज कल्याण अधिकारी जैसवार लाल बहादुर द्वारा मेस के ठेकेदार राजेश गुप्ता, मेसर्स कन्हैया इन्टरप्राईजेज, न्यू बस स्टैण्ड, चौरी-चौरा, जनपद-गोरखपुर के विरुद्ध बरियारपुर थाने में सुसंगत धाराओं में एफआईआर दर्ज कराने की तहरीर दी जा चुकी है। मेस संचालित करने का ठेका भी निरस्त कर दिया गया है तथा मेस संचालित करने के लिए नए सिरे से निविदा आमंत्रित करने की कार्यवाही हेतु निर्देशित कर दिया गया है। प्रकरण की मजिस्ट्रेयल जांच की रिपोर्ट प्राप्त हो गई है, जिसके आधार पर कड़ी कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी।



