टेंट में लगी आग, साथियों को बचाने में शहीद हुए अंशुमान
सियाचिन ग्लेशियर में सेना के कैंप में लगी आग
- इसी वर्ष फरवरी में हुई थी शादी, नोएडा में रहता है परिवार
- आग लगने के पीछे शुरुआती कारण शॉर्ट सर्किट बताया जा रहा है
स्वाभिमान जागरण संवाददाता, देवरिया। सियाचिन ग्लेशियर में तैनात सेना के एक जवान उस समय शहीद हो गए जब मलेट्री के कैंप में लगी आग में घिरे जवान साथियों को बचाने के लिए रेजिमेंटल मेडिकल ऑफिसर कैप्टन अंशुमान सिंह जब टेंट में प्रवेश किए तो इनकी शरीर में आग पकड़ लिया। वे अस्सी फीसद झुलस गए। अस्पताल पहुंचने पर उनकी मृत्यु हो गई।
लार थाना क्षेत्र के बरडीहा दलपति निवासी कैप्टन अंशुमान सिंह उम्र 26 वर्ष पुत्र रवि प्रताप सिंह मलेट्री में मेडिकल कोर में कैप्टन थे। आज सुबह साढ़े तीन बजे भोर में सेना के एक टेंट में शार्ट सर्किट से आग पकड़ लिया। टेंट में जवान घिर गए थे। उनके शोर पर कैप्टन अंशुमान सिंह अपनी जान की परवाह किए बगैर साथी जवानों को बचाने के लिए टेंट में घुस गए। अचानक उनके भी कपड़े में आग पकड़ ली। वे तीन साथियों को तो बचा लिए लेकिन स्वयं बुरी तरह झुलस गए।
अंशुमान सिंह की शादी इसी वर्ष फरवरी महीने में पठान कोट की रहने वाली सृष्टि सिंह से हुई थी। परिवार नोएडा रहता था। अंशुमान सिंह के शहीद होने की सूचना पर गांव में शोक की लहर दौड़ पड़ी। गांव के सत्य नारायण सिंह, केशव सिंह, नीरज सिंह, योगेंद्र सिंह, जय नारायण सिंह ने दुख प्रकट किया है।




