मुर्शिदाबाद से आ रहे इन वाहनों से कौन लोग यूपी में कर रहे प्रवेश, जांच जरूरी
अपने आसपास पनाह लिए लोगों की तस्दीक करें, संदेह होने पर प्रशासन को बताएं

मुर्शिदाबाद से आ रहे इन वाहनों से कौन लोग यूपी में कर रहे प्रवेश, जांच जरूरी
स्वाभिमान जागरण संवाददाता
देवरिया। पश्चिम बंगाल में मुर्शिदाबाद के धुलियान और आस-पास के हिंसाग्रस्त इलाक़े में हालात सामान्य हो चुके हैं। उसके बाद वहां से हिंसा की वजह या अन्य कारणों से घर छोड़कर लगातार लोग दूसरी जगहों पर शिफ्ट हो रहे है। पांचवीं बार मुर्शिदाबाद से एक पीले रंग की बस से कुछ लोग यूपी बिहार के बार्डर पर उतरे और दूसरे संसाधनों से अपने गंतव्य की ओर निकल गए। चित्र में आप देख सकते हैं पीले रंग की इस बस के पीछे मुर्शिदाबाद लिखा गया है।
बड़ी संख्या में एक सप्ताह से लगातार मेहरौना के रास्ते कुछ बाहर के लोग आ रहे हैं। ये लोग बंग्लादेशी हैं? या पश्चिम बंगाल के है? रोहिंग्या हैं? यह कहना मुश्किल है। एक तरफ सरकार देश के विभिन्न राज्यों में पाकिस्तानी व बांग्लादेशी नागरिकों की पहचान कर उन्हें प्रशासनिक अभिरक्षण में रखने की बात कह रही, दूसरी तरफ इतनी बड़ी संख्या में पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद से लोग आकर बिहार के रास्ते यूपी में प्रवेश कर रहे और प्रशासन का ध्यान इस पर नहीं है। चारपहिया और प्राइवेट बस से उतर रहे इन लोगों की भाषा स्थानीय कत्तई नहीं है। देखने से लगता है ये लोग घुमंतू टाइप के हैं, देश के विभिन्न हिस्सों में घूमकर फेरी का धंधा करते है। बस पर उनलोगों ने काफी सामान और साइकिले भी रखी थी। ये लोग बंगाली है या बांग्लादेशी या रोहिंग्या हैं? कहना मुश्किल है क्योंकि इनकी पहचान करना पुलिस द्वारा ही संभव है आम लोगों को तो ये लोग अपना पहचान पत्र भी नहीं दिखाते ।
लार क्षेत्र में काफी संख्या में फेरी का धंधा करने वाले इन कथित बंगालियों को देखा जा सकता है। ग्रामीणों का कहना है कि स्थानीय प्रशासन को चाहिये कि इनकी पहचान कर इनपर नजर रखे तथा उचित पहचान पत्र साथ रखने का निर्देश दे। कहीं ऐसा न हो पश्चिम बंगाल का पहचानपत्र बनवाकर बंगला देश के लोग यहां पनाह न लिए हों। स्वाभिमान जागरण की अपील है कि आप के आसपास यदि कोई बाहरी आदमी आकर रहने लगा हो और यदि आप को संदिग्ध दिखे तो तुरंत प्रशासन को बताएं।