हूटर से हड़बड़ा गया था छात्र, हमला नहीं दुर्घटना
स्वाभिमान जागरण संवाददाता, देवरिया। देवरिया में राज्यमंत्री पर जानलेवा हमले के मामले में केस दर्ज होने और आरोपी की गिरफ्तारी के बाद पुलिस पूछताछ और जांच पड़ताल के बाद जो स्थितियां सामने आईं उसमे यह साफ़ हो गया कि मंत्री पर हमला नहीं एक दुर्घटना थी।
देवरिया कोतवाली में उत्तर प्रदेश सरकार की ग्राम्य विकास मंत्री विजय लक्ष्मी गौतम के पीएसओ प्रवीन कुमार यादव की तहरीर पर परसिया भंडारी गांव के एक नामजद तथा एक अन्य के विरुद्ध जान मारने के प्रयास, तोड़फोड़ आदि की गंभीर धाराओं में केस दर्ज हुआ।
पुलिस को दी गई तहरीर में आरोप लगाया गया है कि 14 अगस्त को मंत्री जी, ग्राम्य विकास श्रीमती विजय लक्ष्मी गौतम अपरान्हन 2.00 बजे देवरिया सोनू घाट से जनपद कुशीनगर जा रही थी, जिसमें मंत्री जी, वाहन चालक पीएसओ व एक अन्य लोग थे। जब गाड़ी कोतवाली थाना क्षेत्र परसिया भडारी गांव के सामने सड़क पर जा रही थी तो अचानक काफिले में बीच में आकर दो बाइक सवार लड़के मंत्री जी के कार के बाई ओर से किसी लोहे की धार दार हथियार से हमला किया। इस घटना में मंत्री की गाड़ी का शीशा टूट गया व गाड़ी पलटने से बची।
पुलिस ने इस मामले के नामजद आरोपी को गिरफ्तार किया। पूछताछ में कहानी पूरी उलट गई। दरअसल जिस हमलावर पर जान लेने के प्रयास जैसे गंभीर आरोप में पुलिस ने केस लिखा वह तो कोई अपराधी नहीं, एक किशोरवय छात्र निकला। छात्र के अनुसार वह अपने पिता की बुलेट लेकर एक दोस्त के साथ जा रहा था। पीछे से आ रहे मंत्री के काफिले के हुटर से वह डर गया। उसकी बुलेट अनियंत्रित हो गई और वह कार से टकरा गया। इसी दुर्घटना में मंत्री के कार का शीशा टूट गया। पुलिस इस मामले में फूंक फूंक कर कदम रख रही है क्योंकि एक तरफ सरकार की मंत्री हैं तो दूसरी तरफ एक किशोरवय छात्र है।




