लार की एक मां ने बेच दिया नवजात
बीस हजार में बेचा गया नवजात पुनः मां ने वापस लिया
स्वाभिमान जागरण संवाददाता, देवरिया। लार की एक मां ने अपना नवजात सलेमपुर के एक निसंतान दम्पत्ति को बेच दिया। बीस हजार रूपये में बेचे गए नवजात को पुनः मां ने वापस ले लिया। नवजात खरीदने वाले दाम्पति आरोप लगा रहे कि अब वह एक लाख में किसी दूसरे को बेचने जा रही है। मामला पुलिस तक पहुंचा। पुलिस इतने बड़े गंभीर अपराध के मामले को लीपापोती कर दी।
यह घटना समूचे तंत्र पर सवाल खड़ा कर रही है। कोई मां अपना नवजात क्यों बेचेगी? यह सवाल मौजूदा सिस्टम पर भी है। नवजात बेचने के पीछे की वजह को तलासना होगा। क्या गरीबी की वजह से नवजात बिका? सबसे बड़ा सवाल नवजात की क़ीमत लग रही, बच्चा बिक रहा और जब मामला पुलिस के पास जा रहा तो लीपापोती की जा रही। इस कलंक कथा के दाग़ न सिर्फ मां के आँचल पर लगे बल्कि प्रशासन के दामन भी दाग़दार हुए। निजी अस्पतालों के दलालों के धंधे भी इस कलंक कथा के परिधि में हैं।
अशिक्षा, ग़रीबी या अवैध संतान उतपत्ति की वजह कहें या बच्चा बेचने का व्यवसाय। शनिवार को लार कस्बा में उस समय सभी लोग सन्न रह गए, जब उन्हें इस बात की जानकारी मिली कि एक मां ने अपने नवजात को सलेमपुर कस्बा में एक निसंतान दम्पति को बीस हजार रूपये में बेची थी। अब नवजात को सलेमपुर की दम्पत्ति से लेकर किसी दूसरे से एक लाख में बच्चे का सौदा कर रही है। सलेमपुर की निसंतान दम्पत्ति उस समय निराश हुए जब उन्हें बच्चा नहीं मिला और जब अपना पैसा वापस मांगने लगे तो दुत्कार मिली।
नगर पंचायत लार के एक वार्ड निवासिनी एक विवाहिता गर्भवती हो गयी थी। वह एबार्सन कराने जा रही थी। सलेमपुर के एक निसंतान दम्पत्ति को जब इस बात की जानकारी हुई तो उन्हें दया आ गयी।उन्होंने युवती को इस पाप कर्म से न सिर्फ मना किया बल्कि उसे भरोसा दिलाया कि उसका बच्चा वे लोग ले लेंगे चाहे बेटी होगी या बेटा वे लोग उसका पालन पोषण करेंगे और सुरक्षित प्रसव के हर खर्च को वहन करेंगे। कुछ दिन बात विवाहिता को बेटा पैदा हुआ। सलेमपुर की निसंतान पूर्व में अपने दिए वचन के मुताबिक युवती के दवा दारू का पूरा खर्च वहन किये और युवती को बीस हजार रुपया देकर बच्चा ले लिए। निसंतान दम्पत्ति ने दस दिन बच्चे का ठीक ढंग से लालन पालन किये। इसी बीच विवाहिता गयी और अपना बच्चा मांग लाई। निसंतान दम्पत्ति का कहना है कि वह अब किसी दूसरे को एक लाख रूपये में नवजात को बेच रही है।
शनिवार को सलेमपुर के निसंतान दम्पत्ति लार कस्बा चौकी पर पहुंचकर अपनी फरियाद किये। पुलिस उस विवाहिता को तलाश कर चौकी पर लाई। विवाहिता अपने नवजात को देने से मना करने लगी। अब पुलिस के सामने कोई चारा ही नहीं था। निसंतान दम्पत्ति ने अपने पैसे वापस कराने को कहा तो पुलिस ने उसे दुत्कार कर भगा दिया।
इस संबंध में चौकी प्रभारी कुंदन पटेल का कहना है कि कोई अपना बेटा नहीं दे रहा तो इसमें पुलिस क्या करेगी। जब उनसे यह पूछा गया कि विवाहिता तो बीस हजार में बेच दी थी, यह तो आपराधिक मामला है। तब उन्होंने कहा कि अगर पुलिस इस मामले में इन्वाल्व होगी तो बच्चे को अनाथालय में भेजना पड़ेगा।
बच्चे का पिता है कौन, इस पर सभी हैं मौन
जिस नवजात के खरीद फरोख्त की बात उजागर हुई है, उसका पिता कौन है? वह सामने क्यों नहीं आ रहा। विवाहिता मांग में किसके नाम की सिंदूर लगाई है? इस प्रश्न का भी कोई जवाब नहीं दे रहा। कुछ लोग बताते हैं कि विवाहिता ने मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना में किसी से शादी की थी, लेकिन अब वह कहाँ है यह भी कोई नहीं बता रहा।




