मर्यादा की राह पर चल पालन करना ही पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम बनें– राम प्रकाश सिंह
कम्हरिया खुर्द में आयोजित रामलीला में कलाकारों ने राम वनवास का किया मंचन

स्वाभिमान जागरण संवाददाता आनंद नगर, महराजगंज मर्यादा की राह पर चलकर ही भगवान पुरुषोत्तम श्री राम बनें , एक आदर्श महानवादी व्यक्ति की राह पर चलकर आदर्श का पालन करना जरूरी है।उक्त बातें फरेंदा विकास के कम्हरिया खुर्द में आयोजित नौ दिवसीय रुद्र महायज्ञ में बीती रामलीला मंच का फीता काट कर मुख्य अतिथि फरेंदा के पूर्व प्रमुख संघ अध्यक्ष राम प्रकाश सिंह ने कहीं।तत्पश्चात उन्होंने कहा कि भगवान श्री राम माता-पिता के आदेश का पालन किया और राज पाठ की गद्दी छोड़कर 14 सालों के लिए वनवास गुजारें, ऐसे लोग हमेशा आदर्शवादी होते हैं। रामलीला मंच पर उमा महेश्वर गोरक्षप्रांत रामलीला समिति (ईटहिया धाम) घुघली के कलाकारों ने राम वनवास का मंचन किया।रामलीला में कलाकारों ने दिखाया भगवान राम के राजतिलक की घोषणा होती है और मंथरा की ओर से यह समाचार कैकेई को बताया जाता है। क्रोध में कैकेई राजा दशरथ से तीन वर में राम को वनवास, भरत को राजतिलक मांगती है। बेटे के जंगलों में जाने के चलते दशरथ की तड़प तड़पकर मौत हो जाती है और राम के साथ सीता व लक्ष्मण भी चले जाते हैं। राम प्रकाश सिंह ने कहा कि वनवास प्रसंग से हमें माता-पिता की आज्ञा पालन की शिक्षा मिलती है।राम ने मर्यादा पुरुषोतम होते हुए राजपाठ को त्यागकर पिता के आदेश को मानते हुए तुरंत वन में जाने की ठान ली और उनके साथ पत्नी धर्म निभाते हुए माता सीता व भाई लक्ष्मण भी गए। उन्होंने कहा कि रामलीला का हर दिन दर्शकों को नया संदेश देकर जाता है और लोगों को चाहिए कि भगवान राम के दिखाए मार्ग पर चलकर जीवन सफल बनाए। यजमान सुनील पांडेय, सत्यभामा, अध्यक्ष बंटी ,अष्टभुजा,जंसवत, शैलेश,राजन,पूर्व प्रधान देवेंद्र पांडेय पूर्व बीटीसी विभूति पाण्डेय,वीरेंद्र पांडेय ,अजय गुप्ता ,भोला चौरसिया,मोनू,योगेन्द्र,टुनटुन,राकेश मौजूद रहें।



