देवरिया के जिला विद्यालय निरीक्षक का ट्रांसफर निरस्त
मुख्यमंत्री से शिकायत के बाद हुआ स्थानांतरण किसने पलटवा दिया?


स्वाभिमान जागरण संवाददाता
उत्तर प्रदेश में मुख्य मंत्री योगी आदित्यनाथ से प्रतापी लोक सेवक और स्वच्छ शासक कोई अन्य नहीं है। इसके बावजूद यदि किसी मामले में किसी दूसरे राजनेता का किसी अफसर के प्रति मोह ज्यादा हो जाय और शासन का स्थानांतरण आदेश कुछ ही दिन में पलट जाय तो क्या कहा जाए।
देवरिया में जिला विद्यालय निरीक्षक के स्थानांतरण को लेकर हुए आदेश और फिर आदेश की पलटी ने सभी बुद्धिजीवियों को एक बार सोचने को विवश कर दिया है। जिले में दो हफ्ते से ऊपर अधिवक्ताओं के एक मामले ने जिलाधिकारी के खिलाफ संघर्ष अभी थमने का नाम नहीं ले रहा। इस बीच एक दूसरा मामला भी सुर्खियों में है। देवरिया के सदर विधायक डॉ शलभ मणि त्रिपाठी ने 19 जून को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को एक शिकायत पत्र देकर जिला विद्यालय निरीक्षक देवरिया के स्थानांतरण की मांग की थी। स्थानांतरण हुआ भी, लेकिन फिर 30 जून उनका स्थानांतरण निरस्त कर उन्हे पूर्ववत बने रहने का आदेश हो गया।
इस घटना के बाद सत्ताधारी दल से जुड़े लोग ही सोचने पर विवश हो गए हैं कि सदर विधायक की शिकायत के बाद हुए स्थानांतरण आदेश को फिर पलट दिया जाना जनप्रतिनिधि को कमजोर करने जैसा नहीं लगता क्या? मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के जीरो टॉलरेंस नीति से सभी वाकिफ हैं। लोगों का मानना है कि यदि विधायक द्वारा जिला विद्यालय निरीक्षक के संबंध में की गई शिकायत सही मिलेगी तो मुख्यमंत्री जी छोड़ेंगे नहीं।



