सदर विधायक डॉ शलभमणि की साख शासन में कमजोर नहीं
डीआईओएस देवरिया के स्थानांतरण का प्रकरण

स्वाभिमान जागरण संवाददाता
देवरिया। यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ लगातार जीरो टॉलरेंस बरकरार रखने के दावे करते हैं। इसके बावजूद भाजपा के ही कुछ कद्दावर भ्रष्टचार के आरोपों से घिरे अफसरों के बचाव में लगे रहते हैं। विशेष रूप से देवरिया के सदर विधायक डॉ शलभ मणि त्रिपाठी जब भी जन शिकायतों पर कभी प्रभावी कार्रवाई कराने में लगते हैं तो कुछ लोग उनके तेवर को कमजोर करने में ही अपनी ऊर्जा लगाते रहते हैं। देवरिया में एक दो नहीं दर्जनों प्रकरण विधायक के कार्यकाल से अब तक प्रकाश में आ चुके हैं। ताजा मामला डीआईओएस देवरिया के स्थानांतरण के प्रकरण का सामने है। डी आई ओ एस वीरेंद्र प्रताप सिंह की कार्यशैली को लेकर सदर विधायक डॉ शलभ मणि ने गत 19 जून को मुख्यमंत्री को पत्र देकर शिकायत की। शासन से उनका स्थानांतरण हो गया। उसके बाद सत्ताधारी दल के लोग ही उनके बचाव में उतर गए और स्थानांतरण निरस्त हो गया। इसके बाद सदर विधायक की लोग खिल्ली उड़ाने लगे। कुछ लोग यह आश्चर्य भी करने लगे कि मुख्यमंत्री से शिकायत के बाद भी ट्रांसफर रुक कैसे गया?
सदर विधायक डा. शलभ मणि त्रिपाठी ने 19 जून को डीआइओएस वीरेंद्र प्रताप सिंह की लचर कार्यशैली व भ्रष्टाचार के संबंध में मुख्यमंत्री को पत्र लिखा था ।शिक्षक संगठनों ने शासन को पत्र भेज कर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए थे। विधायक ने पत्र में कहा था कि डीआइओएस की कार्यशैली संतोषजनक नहीं है। उनके कार्यालय में तैनात संविदा कर्मचारियों की मदद से जिले के शिक्षकों व कर्मचारियों का शोषण किया जा रहा है। एरियर भुगतान से लेकर परीक्षा केंद्रों के निर्धारण में डीआइओएस ने जमकर धनउगाही की। इसके बल पर कई दागी विद्यालयों को परीक्षा केंद्र बनाने की शिकायतें मिली हैं। मुख्यमंत्री को इस शिकायत के पत्र के बाद स्थानांतरण तो हुआ लेकिन 30 जून को स्थानातरण निरस्त हो गया। अब शिक्षक संघों ने भी विधायक के प्रभाव को लेकर तरह तरह की चर्चा करने लगे। गलत के खिलाफ सदैव अपने संघर्षों के लिए विख्यात मणि ने हार नहीं मानी। अंततः शासन में अपनी साख साबित करने में विधायक सफल हुए और डी आई ओ एस का स्थानांतरण माध्यमिक शिक्षा परिषद प्रयागराज में अपर सचिव शोध के पद पर तैनाती दी गई है। उनकी जगह पर जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान प्रयागराज के वरिष्ठ प्रवक्ता शिव नारायण सिंह को प्रभारी डीआइओएस बनाया गया है।



