पीड़िता ने उप निरीक्षक पर लगाया आरोपियों को बचाने का आरोप

देवरिया। बनकटा थाना क्षेत्र के भटवलिया पांडेय गांव निवासी मुन्नी देवी ने पुलिस अधीक्षक संकल्प शर्मा को शिकायती पत्र देकर अपनी पुत्री की संदिग्ध मौत के मामले में स्थानीय पुलिस पर आरोपियों को बचाने के प्रयास का आरोप लगाया है।शिकायत के मुताबिक विगत वर्ष एक सितंबर की रात में उनकी पुत्री का शव संदिग्ध परिस्थिति में रेलवे ट्रैक पर मिला था।जिसमें मुकदमा दर्ज होने के नौ महीने बीत जाने के बाद भी किसी अभियुक्त की गिरफ्तारी नही हुई है।शिकायत में महिला ने बताया है कि घटना स्थल पर मेरी पुत्री के हाथ पैर रस्सी से बंधे हुए थे ,तथा शरीर दो हिस्सों में कटा हुआ था।मृतका की मां जब घर आई तो देखी कि जैसी रस्सी से मृतका के हाथ पांव बंधे हुए थे हुबहू उसी प्रकार की रस्सी उनके पट्टीदार के घर कपड़ा सूखाने काम मे लिए जाता था।उक्त पटीदार पर पूर्व में मृतका से छेड़छाड़ एवं मारपीट का मुकदमा भी दर्ज था।मुकदमा दर्ज होने के बाद से ही आरोपी मुकदमा सुलह करने के लिए दबाव बना रहे थे।शिकायत में बनकटा थाने में तैनात एक दरोगा पर आरोपियों को बचाने का प्रयास करने का आरोप लगाते हुए महिला ने कहा है कि जब भी कोई अधिकारी इस मामले की तह में पहुंचने का प्रयास करता है तो उक्त दरोगा उस अधिकारी को भ्रमित एवं गुमराह कर आरोपियों को बचाने में जुट जाते हैं। आगे पीड़िता ने बताया है कि दरोगा उल्टे मेरे पुत्र को फर्जी तरीके से फसाने के साथ मेरे बेटी पर अवैध सम्बन्ध होने की बात कह कर कहते हैं कि मैं सब जानता हूं।
इस बावत प्रभारी निरीक्षक बनकटा ने बताया कि शिकायती पत्र पर कोई कार्रवाई नहीं हो रही है की रस्सी की जांच रिपोर्ट पर आपत्ति होने के बाद पुनः जांच के लिए भेजा गया है। हत्या की धारा को बदला गया है।अगली रिपोर्ट आने के बाद सम्बंधित कार्यवाही कि जाएगी।



