महाविद्यालय का मामला कुलपति के समक्ष पहुंचा
प्राचार्य के पक्ष में खड़े हुए शिक्षक और नागरिक

पांडे एन डी देहाती / स्वाभिमान जागरण
प्रो ब्रह्मानंद सिंह के इस्तीफा से महाविद्यालय हुआ प्राचार्य विहीन
शिक्षकों ने प्रबंधक से पुनर्विचार करने का किया अनुरोध
गोरखपुर । स्वामी देवानंद पीजी कालेज मठ लार के प्राचार्य डॉ ब्रह्मानंद सिंह ने अपने पद से त्याग दे दिया है। प्राचार्य ने 6 सितंबर को अपना त्यागपत्र व्यक्तिगत कारण दिखाते हुए प्रबंधक को सौप दिया था। प्राचार्य का इस्तीफा मंजूर करते हुए प्रबंधन में प्रोफेसर आनंद कुमार कपिल को चार्ज लेने के लिए निर्देशित किया है। लेकिन अभी तक वह चार्ज लिए नहीं है। गुरुवार को स्वामी देवानंद स्नातकोत्तर महाविद्यालय मठ लार के शिक्षकों की एक आपात बैठक हुई। सभी शिक्षकों ने एक स्वर से निर्णय लिया है कि कोई शिक्षक प्राचार्य पद का चार्ज नहीं लेगा।
इस संबंध में प्राचार्य डॉ ब्रह्मा नंद सिंह ने कहा कि हमने व्यक्तिगत कारणों से अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। उधर प्रबंधक स्वामी अभयानंद गिरी से बात की गई तो उन्होंने कहा कि प्राचार्य ने तो गत 11 जुलाई को ही शिक्षकों की बैठक में अपनी मंशा जाहिर कर दिए थे कि वे अब प्राचार्य पद के दायित्व का निर्वहन नहीं करेंगे। उसके बाद उन्होंने स्वेच्छा से 6 सितंबर को अपना इस्तीफा दे दिया, जिसे मंजूर कर लिया गया है।
महाविद्यालय बगैर प्राचार्य के चल रहा है।असहज हुई महाविद्यालय की व्यवस्था को लेकर वरिष्ठ प्राध्यापक प्रोफेसर आनन्द कुमार कपिल द्वारा बैठक बुलाई गयी।बैठक में डॉ.आनंद कुमार कपिल,डॉ.संजय कुमार राय,
डॉ गिरीश चंद पांडे,डॉ.प्रमोद सिंह कुशवाहा, डॉ.बृजकिशोर सिंह, श्री देवेन्द्र कुमार,डॉ लल्लन प्रसाद प्रजापति,डॉ.मोहम्मद नूर आलम अंसारी,डॉ कोमल कपूर,डॉ.विनय कुमार बरनवाल,डॉ संतोष कुमार गुप्ता,डॉ सत्य प्रकाश सिंह, डॉ.वीरेंद्र नाथ त्रिपाठी,डॉ हेमन्त कुमार मिश्रा,डॉ शिशिर मिश्रा,डॉ ललित कुमार, डॉ.विनय कुमार पांडे, डॉ हरेंद्र कुमार चौहान, डॉ अरुण कुमार दुबे, डॉ.राम आशीष,डॉ धीरज कुमार पांडे,डॉ गायत्री जायसवाल, डॉ प्रवीण कुमार सिंह,डॉ सागर मौर्य,सूरज मिश्र,गुंजन रानी,सोनू पाल,सुधीर कुमार राय,सुशील कुमार, फैयाजुर्रहमान,बृजेश कुमार उपस्थित रहे। सभी शिक्षक एक राय होकर यह निर्णय लिए कि हम सभी प्रो ब्रह्मानंद सिंह के साथ खड़े हैं। शिक्षकों की बनी रणनीति के अनुसार प्राचार्य पद की खाली चल रहे कुर्सी से संबंधित मामले के निस्तारण के लिए कुछ शिक्षकों ने शुक्रवार की शाम कुलपति प्रो पूनम टंडन से मिलकर पूरी बात बताई। उन्होंने दो दिन का समय दिया है। इसके लिए प्रबंधक और प्राचार्य को कुलपति के समक्ष एक साथ उपस्थित होना पड़ेगा।उधर सोशल मीडिया पर महाविद्यालय की स्थिति को लेकर लोग तरह तरह के पोस्ट कर रहे हैं। ज्यादातर संभ्रांत नागरिक भी निवर्तमान प्राचार्य के पक्ष में मोर्चा खोल दिए हैं। सूत्र बताते हैं कि शनिवार को दस बजे कुछ नागरिक भी महाविद्यालय पहुंचेंगे और अपने बच्चों तथा महाविद्यालय के भविष्य को लेकर शिक्षकों से चर्चा करेंगे।
इस संबंध में प्रबंधक स्वामी अभयानंद गिरी से बात हुई तो उन्होंने कहा कि हम प्रयागराज में हैं। कोई भी असंवैधानिक कार्य नहीं हो रहा। सभी कार्य नियमानुसार ही हो रहे हैं।