कुख्यात शराब तस्कर व ग्राम प्रधान की जुआ के अड्डे पर हत्या
अजीत सिंह उर्फ जरी सिंह की सोहनपुर में गोली मारकर हत्या

अमावस की काली रात: जुआ के विवाद में शराब माफिया प्रधान की गोली मारकर हत्या
पुलिस अधीक्षक संकल्प शर्मा ने किया दौरा
स्वाभिमान जागरण संवाददाता
देवरिया। कुख्यात शराब तस्कर और ग्राम प्रधान की दीवाली की रात अमावस की काली रात बन गई। जुआ खेलने के विवाद में उसकी गोली मारकर हत्या कर दी गई। बीते लोकसभा चुनाव में पुलिस की नजर में फरार चल रहे और राजनीतिक कार्यक्रम में नेताओं के साथ मंच साझा करने वाले देवरिया जिले के बनकटा थाना क्षेत्र के जंजीरहा के ग्राम प्रधान अजीत कुमार सिंह उर्फ जड़ी सिंह को गुरुवार की रात सोहनपुर में बदमाशों ने गोली मार कर हत्या कर दी। सोहनपुर में एक जायसवाल के यहां जुआ किसके संरक्षण में हो रहा था? जहां अजित सिंह की हत्या हुई। इसकी भी लोगों ने जांच की मांग की है।

बनकटा थाना क्षेत्र के जंजीरहा निवासी अजीत कुमार सिंह उर्फ जड़ी गुरुवार की रात बनकटा थाना के सोहनपुर में जुआ खेलने गया था। वहां किसी से बात विवाद हो गया। अज्ञात बदमाशों ने उसकी गोली मार कर हत्या कर दी। हत्या के बाद बदमाश फरार हो गए। घटनास्थल से किसी ने इसकी सूचना पुलिस को दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में ले लिया। घटना की सूचना के बाद देवरिया पुलिस विभाग के कई अधिकारी मौके पर पहुंच गए। पुलिस हत्यारों की तलाश में जुट गई है।
अजित सिंह उर्फ जरी सिंह का काला इतिहास, ढाई लाख की सुपारी लेकर किया था प्रधानाचार्य और उनके फौजी भाई की हत्या
देवरिया जिले के लार कस्बा स्थित एसडी इंटर कॉलेज मठलार के प्रधानाचार्य रामजीत सिंह और सेना से रिटायर उनके बड़े भाई विजय बहादुर सिंह की बदमाशों ने 19 नवंबर 2015 को लार थाना के रेवली ढाले के समीप गोलियों से भून दिया था। उस समय प्रधानाचार्य के फौजी भाई रायफल लेकर उनके साथ थे लेकिन दोनों की दुस्साहसिक हत्या में पुलिस की विवेचना में अजित सिंह उर्फ जरी सिंह का नाम प्रकाश में आया था। खुलासा हुआ था कि बलिया जिले के फेफना के खलीलपुर गांव के रहने वाले प्रधानाचार्य रामजीत सिंह और उनके फौजी भाई विजय बहादुर सिंह की संपति के विवाद में ढाई लाख की सुपारी लेकर इसी अजित सिंह ने हत्या की थी। तत्कालीन थानाध्यक्ष लार विकास यादव ने जब जरी सिंह को गिरफ्तार करने का दबाव बढ़ाया था तो वह पुलिस की आंख में धूल झोंककर पहली मार्च 2016 को कोर्ट में हाजिर हो गया था।
यूपी – बिहार के कई थानों में है अजित सिंह उर्फ जरी सिंह के खिलाफ शराब तस्करी का केस
सुपारी लेकर हत्या के अतिरिक्त अजीत सिंह पर यूपी बिहार के कई थानों में शराब तस्करी का केस है। शराब तस्करी के आरोप में कुछ दिन पहले बिहार के सीवान जेल में बंद था। दस दिन पूर्व ही वह जेल से छूट कर घर आया था।

राजनीतिक लोगों का मिलता था संरक्षण
अजित सिंह को कई राजनीतिक लोगों का संरक्षण था। लोकसभा चुनाव में इसे तलाश रही थी और वह एक बड़े नेता के चुनावी मंच पर भी देखा गया था।
करोड़ों का साम्राज्य शराब के बल पर खड़ा किया और बन गया ग्राम प्रधान
अजीत सिंह करोड़ों का मालिक था। पैसे के बल पर ही वह अपने गांव जंजीरहा का प्रधान बन गया था। भाटपार, बनकटा, खामपार और श्रीरामपुर थाना क्षेत्र में छोटे मोटे शराब के मामले को पुलिस उसके राजनीतिक संरक्षणदाताओं की वजह से नजर अंदाज कर देती थी।



