पुण्य का पता नहीं, स्वामी आनंद स्वरूप आप को पाप लगेगा
सनातन धर्म का मजाक हर हाल में रोकेगी काली सेना

स्वामी आनंद स्वरूप की चेतावनी और विरोध के बाद फफक पड़ी एंकर हर्षा, कुंभ छोड़ने का फैसला
महाकुंभ के पेशवाई जुलूस में संत के रथ पर सवार होकर मीडिया को बाइट देना संतों को लगा खराब
ज्योतिष पीठ के शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती सहित कई संतों के कहा -सनातन संस्कृति का उपहास उड़ाना बंद करो
स्वाभिमान जागरण संवाददाता
प्रयागराज। एंकर हर्षा रिछारिया महाकुंभ में आई है। मीडिया में छाई है। महाकुंभ में निरंजनी अखाड़े के छावनी प्रवेश के दौरान वह रथ पर बैठी थी। उसने रथ पर बैठ कर मीडिया को बाइट दी। मीडिया पर दावा किया जा रहा वह सबसे सुंदर साध्वी हैं। धर्म और संस्कृति पर उसकी बाइट के बाद कई संतों, महंतों, धर्माचार्यों, साधु संन्यासियों ने हर्षा के इस कृत्य की निंदा की। शांभवी पीठाधीश्वर स्वामी आनंद स्वरूप ने उस पर सनातन संस्कृति और धर्म का मजाक उड़ाने पर अपनी कड़ी नाराजगी जताई। मीडिया में स्वामी आनंद स्वरूप जी महराज के बयान आने के बाद हर्षा फफक फफक कर रो पड़ी। उसका भी एक विडीओ मीडिया में वायरल हो रहा है, जिसमें वह कह रही है कि स्वामी आनंद स्वरूप को पाप लगेगा। उन्होंने सनातन धर्म संस्कृति से जुड़ने का प्रयास कर रही एक लड़की का अपमान किया है। स्वामी आनंद स्वरूप महराज ने उसके रोने पर बोला कि हमने किसी का अपमान नहीं किया है। महाकुंभ में उसकी जैसी हजारों लाखों लड़कियां आई हैं। हमें आपत्ति यह है कि बगैर संन्यास की दीक्षा लिए भगवा वस्त्र पहनकर, त्रिपुंड लगाकर, संत के रथ पर सवार होकर जुलूस में शामिल होना सनातन धर्म के विरुद्ध है। काली सेना इसी लिए गठित हुई है, हम हर गलत कार्य पर रोकेंगे, टोकेंगे।
उधर ज्योतिष पीठ के शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती जी महराज ने कहा है कि जिसने अभी यह तय नहीं किया है कि सन्यास की दीक्षा लेनी है या शादी करनी है उसे संत महात्माओं के साथ भगवान कपड़े में शाही रथ पर बैठाना पूरी तरह से गलत है।
हर्षा के बारे में जो जानकारियां समाज में आ रहीं हैं, वह आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी श्री कैलाशनंदगिरी जी महाराज की शिष्या हैं। हर्षा उत्तराखंड की रहने वाली हैं।31 साल की हर्षा रिछारिया का मूल घर मध्य प्रदेश के भोपाल में हैं। वह आचार्य महामंडलेश्वर की शिष्या हैं। महाकुंभ में वह निरंजनी अखाड़े से जुड़ी हुई हैं। इस अखाड़े से नागा साधु आते हैं। पहले वह एंकरिंग किया करती थी। हालांकि, हर्षा ने यह साफ किया है कि करीब पौने दो साल पहले उन्हें अपने गुरु से दीक्षा ली थी। लेकिन, अभी तक उन्होंने संन्यास धारण करने को लेकर कोई फैसला नहीं किया है।
एंकर हर्षा ने अब कुंभ छोड़ने का फैसला किया है। हर्षा ने कहा कि कुछ चैनलों के रिपोर्टर ने मिलकर मुझे एंकर और एक्टर की जगह मॉडल बना दिया है। जबकि मैंने कभी मॉडलिंग नहीं की। मेरे प्रोफाइल में भी नहीं है। जैसे मुझे साध्वी का टैग दिया गया, उसी तरह मॉडल का टैग दे दिया गया है। इसी तरह खुद को संत बताने वाले काली सेना के अध्यक्ष आनंद स्वरूप मेरे कंधे पर बंदूक रखकर मेरे गुरुजी को निशाना बना रहे हैं। जो लोग मेरे ऊपर और मेरे गुरुदेव के ऊपर किचड़ उछाल रहे हैं, सभी के खिलाफ मानहानि का दावा करूंगी।