आजमगढ़ कांड को लेकर ज्यादातर निजी स्कूल बंद
रात 11 बजे तक स्कूल के संचालकों को आते रहे मैसेज

स्वाभिमान जागरण संवाददाता
देवरिया। आजमगढ़ में एक निजी स्कूल की छात्रा के छत से गिरने से हुई मौत और घटना के बाद प्रिंसिपल और शिक्षक की गिरफ्तारी के विरोध में अनएडेड प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन के आह्वान पर जिले के ज्यादातर निजी स्कूल मंगलवार को बंद रहे।बीती रात 11 बजे तक निजी स्कूलों के संचालकों को स्कूल बंद करने की अपील के मैसेज आते रहे। एसोसिएशन के अध्यक्ष अनिल अग्रवाल के अनुसार आजमगढ़ चिल्ड्रन गर्ल्स स्कूल की प्रिंसिपल एवं टीचर की बेल माननीय न्यायालय ने खारिज कर दी। इस मामले में पुलिस जो संगीन धाराएं लगाई हैं, उसकी वजह से ऐसा हुआ है। कोई शिक्षक, प्रिंसिपल या फिर प्रबंधक यह कतई नहीं चाहेगा कि उसके स्कूल के बच्चे के साथ कुछ भी गलत हो। अगर कोई घटना होती है तो फिर उसकी पूरी जिम्मेदारी शिक्षक और प्रिंसिपल पर डालना सही नहीं है। सीबीएसई मैनेजमेंट स्कूल ने भी इसका समर्थन किया है। संगठन के प्रवक्ता एमपी सिंह के अनुसार स्कूल संचालक अपने फैसले पर अडिग हैं। स्कूल मैनेजमेंट के अनुसार आजमगढ़ के स्कूल में छात्रा के फोन लाने पर प्रधानाचार्य ने टोका तो उसने विद्यालय की बिल्डिंग से कूदकर अपनी जान दे दी। छात्रा के अभिभावकों की शिकायत पर पुलिस ने बिना जांच के ही स्कूल की प्रधानाचार्य और शिक्षक को गिरफ्तार कर लिया। इसको लेकर समूचे यूपी में निजी स्कूलों को मंगलवार को बंद करने की घोषणा की गई।
जनपद में इसका व्यापक असर दिखा। ज्यादतर स्कूल बंद रहे। लार कस्बा के सेंट्रल पब्लिक स्कूल, वी आर पब्लिक स्कूल चनुकी,लार देवरिया, आर बी टी बरहज, कोलंबस इंटरनेशनल स्कूल लार सहित सलेमपुर, भटनी, भाटपार, देवरिया सदर, रुद्रपुर आदि जगहों पर चल रहे सीबीएसई मैनेजमेंट स्कूल सहित कई निजी स्कूल बंद रहे। वहीं कई निजी स्कूल पूर्व की भांति खुले। स्कूल खोलने वाले निजी स्कूल के संचालकों ने कहा कि जो संगठन स्कूल बंद करने के मैसेज भेज रहे, क्या वे उनकी संस्थाध्यक्ष से इसके पूर्व कभी संपर्क किए। रात ग्यारह बजे के स्कूल बंद किए जाने वाले मैसेज को अभिभावकों तक भेजने का समय नहीं मिला इस लिए कुछ स्कूल पूर्व की भांति खुले रहे।



