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हिंदुस्तान को खाला का घर समझ 68 साल से रह रहा पाकिस्तानी गिरफ्तार

सिस्टम की लापरवाही से उसे मिल रही थी सरकारी सुविधा का लाभ

पांडे एन डी देहाती/स्वाभिमान जागरण

68 वर्ष बाद कुशीनगर में पकड़ा गया पाकिस्तानी

गोरखपुर। सरकारी तंत्र की लापरवाही, आसपास के लोगों की गैर जागरूकता से एक पाकिस्तानी यूपी के कुशीनगर में पांच दशक से ऊपर बिता दिए। न स्थानीय पुलिस को भनक लगी, न खुफिया विभाग यह जान सका कि एक पाकिस्तानी कुशीनगर में न सिर्फ रह रहा है, बल्कि सरकारी योजनाओं का लाभ भी ले रहा है। उसने फर्जी तरीके से कुशीनगर के पते पर आधार कार्ड, पैन कार्ड, वोटर आईडी, आयुष्मान कार्ड तक बनवा लिए। आयुष्मान कार्ड पर उसने मुफ्त इलाज भी कराया। अब जब देश में विदेश से आए नागरिकों के दस्तावेज खंगाले जा रहे तो एक से एक मामले सामने आ रहे हैं। ताजा मामला कुशीनगर जिले के पटहेरवा थाना क्षेत्र के गगलवा चैन प‌ट्टी गांव में उजागर हुआ है। यहां पिछले 68 साल से रह रहे पाकिस्तानी नागरिक सेराजुल हक को पुलिस ने बुधवार को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस जांच में यह तथ्य प्रकाश में आया है कि पूर्वी पाकिस्तान के चटगांव का रहने वाला सेराजुल हक छह वर्ष की उम्र में अपनी मां कुलसुम खातून के साथ लांग टर्म वीजा पर 11 अप्रैल वर्ष 1957 को कुशीनगर आया था। सेराजुलहक बाल्य अवस्था में आया। किशोर हुआ। जवान हुआ। अब उम्र के चौथे पड़ाव पर है। अब पोल खुल गई। छह वर्ष की उम्र से रह रहे पाकिस्तानी की उम्र अब 74 वर्ष की है। आस पास के लोग, गांव के लोग, प्रधान, प्रमुख, विधायक, सांसद किसी को इतने लंबे समय से रह रहे पाकिस्तानी की जानकारी नहीं हुई, यह साबित करता है कि जनप्रतिनिधि भी अब मूल नागरिक के बारे में नहीं जानते , वे केवल इस भीड़ से वोट तलाशने में ही अपनी पूरी ऊर्जा लगा देते हैं। सेराजुल हक 11 अप्रैल 1957 को अपनी मां कुलसुम खातून के साथ 16 मई वर्ष 1954 में जारी पासपोर्ट संख्या 586949 और बीजा संख्या-बी-323040 पर तत्कालीन पूर्वी पाकिस्तान से राधिका नगर चेक पोस्ट के रास्ते भारत में प्रवेश किया था और कुशीनगर आया था। तभी से लांग टर्म वीजा पर रह रहा था। इसके मां की बहुत पहले ही मौत हो गई। लांग बीजा के वेरिफिकेशन में पोल खुली तो इसके खिलाफ धारा 17 नागरिकता अधिनियम , 318 (2)/336(3)/338/340 (2)/3(5) बीएनएस और 14ए विदेशी अधिनियम में केस दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया गया है।
अब प्रशासन उक्त पाकिस्तानी नागरिक की कुंडली खंगाल रहा है। इस मामले में ठीक से जांच हो तो कई चेहरे बेनकाब होंगे। किसी विदेशी नागरिक की संरक्षण देने वाले सभी लोगों के खिलाफ कठोरतम कार्रवाई होनी चाहिए। देश को खाला का घर बनाकर अवैध रूप से रह रहे विदेशी नागरिकों को ढूंढ ढूंढ कर जेल भेजना होगा।

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