स्वामी विवेकानंद जी का जीवन युवाओं के लिए प्रेरणा स्रोत। बी.के.विमल।

स्वाभिमान जागरण संवाददाता महराजगंज
विश्व को शांति और सदभावना का संदेश देने वाले विश्व विख्यात आध्यात्मिक गुरु धर्म और दर्शन को विश्व मंच पर रखने वाले युवाओं के प्रेरणा स्रोत स्वामी विवेकानंद जी की पुण्यतिथि पर दिग्विजयनाथ इंटरमीडिएट कॉलेज चौक बाजार में प्रातः कालीन प्रार्थना सभा में विद्यालय के शिक्षक विनोद कुमार विमल द्वारा उनके व्यक्तित्व व कृतित्व पर सारगर्भित प्रकाश डाला गया। उन्होंने कहा कि स्वामी विवेकानंद जी के जीवन से युवाओं को प्रेरणा लेनी चाहिए। उन्होंने कहा कि मैं उसे देश से हूं जहां पराधीन भारत का कोई प्रतिनिधि भी स्वीकार नहीं किया गया था शिकागो के धर्म सांसद सम्मेलन में। यह जो गगन भेदता भगवा ध्वज है उसके ऊपर भगवान का नाम लिखा है। एक शताब्दी पहले यह नहीं माना जाता था कि इसकी बात करने के लिए भी किसी को अवसर दिया जाए। 3 दिन का सम्मेलन और सनातन धर्म को 3 मिनट का भी समय नहीं दिया गया। किसी तरह अनुनय विनय करने के बाद जब विवेकानंद जी ने भारतीय धर्म और दर्शन की बात धर्म सांसद में रखी तो पूरा सांसद स्तब्ध रह गया और धर्म और दर्शन का पताका फहरा दिया। उनकी प्रेरणादायक कथन उठो जागो और तब तक मत रुको जब तक की लक्ष्य प्राप्ति ना हो जाए। इससे युवा पीढ़ी को सीख लेनी चाहिए। इस अवसर पर विद्यालय के प्रधानाचार्य तथा सभी शिक्षक शिक्षिकाएं कर्मचारी व छात्र-छात्राए उपस्थित रहे।



