स्वामी आनंद स्वरूप की ललकार, परती रहेगी बरकरार
बेल्थरा में बारिश के बावजूद धरने में जुटे लोग
स्वाभिमान जागरण संवाददाता, बलिया। वीरों की भूमि, बागियों की धरती, बलिदान की पहिचान आज आज फिर अपने स्वाभिमान के लिए उठ खड़ा हुआ है। शुक्रवार को बेल्थरा रोड तहसील में धरने पर एकत्रित हुए लोगों ने शासन – प्रशासन को यह एहसास करा दिया कि स्वामी आनंद स्वरूप की ललकार, परती रहेगी बरकार।
जी हां, हम उसी परती की बात कर रहे जो पूज्यनीय दिगंबर बाबा उर्फ डम्बर बाबा की पावन परती है। बलिया जिले के बेल्थरा रोड तहसील में लगभग 52 बीघे की इस परती एक संत के गो रक्षा और बलिदान की धरती है। सन 1600 ईसवी से खाली पड़ी है, लोग उसपर चप्पल पहनकर नहीं जाते। रोज जिस परती की पूजा हो रही है,जिसको मुगलों ने नही छुआ, ना ही अंग्रेजो ने छुआ और न ही ,75 वर्ष की भारतीय सत्ता में किसी ने उसे अधिग्रहित करने की सोच दिखाई। आस्था, श्रद्धा और शहादत की उस भूमि पर इन दिनों प्रशासन की नजर टेढ़ी है। पवित्र भूमि को सरकारी उपक्रमों के लिए कब्जे में लेने का प्रयास किया जा रहा है।
शंकराचार्य परिषद के अध्यक्ष, काली सेना के संस्थापक और शांभवी पीठाधीश्वर स्वामी आनंद स्वरूप ने दिगंबर बाबा की परती को गोचर भूमि के लिए खाली ही रखने के लिए आंदोलन छेड़ दिया है। शुक्रवार को भारी बारिश की बावजूद भी दिगंबर बाबा उर्फ डंबर बाबा की पवित्र पावन भूमि को बचाने के लिए आयोजित धरने में हजारों लोग उपस्थित होकर इस बात का एहसास करा दिए कि यहां के नौजवानों में अमर शहीद मंगल पांडे, चित्तू पांडे, कुंवर सिंह का लहू है। जन आस्था, विश्वास की परंपरा को आज मजबूत स्थिति में देखने को मिली। धरना स्थल पर उपस्थित लोगों को कहते सुना गया कि इस पवित्र भूमि की रक्षा के लिए जब कोई जनप्रतिनिधि सामने नहीं आ रहे तो स्वामी आनंद स्वरूप ने धार्मिक आस्था के केंद्र को बचाने के लिए जो नेतृत्व किया हम सभी उनके प्रति कृतज्ञ हैं।
इस अवसर पर प्रमुख रूप से करुणेश सिंह, ज्ञान प्रकाश मिश्रा दादू बाबा, सत्य प्रकाश दुबे वकील साहब, अवनीश मिश्रा ग्राम प्रधान, बेचन यादव, ज्ञानेश्वर मिश्र गुड्डू बाबा,कृष्ण कुमार मिश्रा, सत्य प्रकाश उर्फ वीरेंद्र यादव, राहुल मिश्रा, सिंटू दुबे, गुड्डू दुबे, आशीष तिवारी, आशीष दुबे सहित सैकड़ों लोग उपस्थित थे।




