सावन के सोमवार को रुद्राभिषेक से बदल सकता है आपका भाग्य।

स्वाभिमान जागरण संवाददाता महराजगंज
यह दिन भगवान शिव की आराधना को समर्पित होता है।शिव जी का प्रिय सोमवार का दिन बहुत खास माना जाता है। जो भक्त सावन के प्रत्येक सोमवार को श्रद्धा से व्रत रखकर भगवान शिव की विधिवत पूजा करता है, उसे जीवन की बड़ी-बड़ी बाधाओं से मुक्ति मिलती है
सावन मास में रुद्राभिषेक का महत्व है।”श्रावण मास” वह दिव्य कालखंड जब संपूर्ण सृष्टि शिवमय हो जाती है। वर्षा की हर बूंद मानो गंगाजल बनकर शिवलिंग पर अर्पित होती है और चारों दिशाओं में “ॐ नमः शिवाय” की गूंज होती है।
यह महीना केवल एक धार्मिक पर्व नहीं, बल्कि आत्मशुद्धि, आत्मसमर्पण और शिवभक्ति की एक गहन अनुभूति है। इस मास में रुद्राभिषेक का विशेष महत्व है, जो भगवान शिव को प्रसन्न करने का अत्यंत प्रभावशाली और शुभ माना जाता है।
“रुद्राभिषेक” का अर्थ है भगवान शिव के रौद्र रूप का विधिपूर्वक अभिषेक करना, जिसमें जल, दूध, शहद, घी, गंगाजल से पंचामृत बनाकर शिवलिंग को स्नान कराया जाता है। यह केवल एक पूजा विधि नहीं, बल्कि शिव से जुड़ने की एक आध्यात्मिक प्रक्रिया है।
शिवपुराण में स्पष्ट रूप से उल्लेख है कि-
श्रावण मासे विशेषेण यः कुर्याद्रुद्रपूजनम्। सर्वपापविनिर्मुक्तः शिवलोके महीयते॥
अर्थ- जो भक्त सावन मास में विशेष रूप से रुद्राभिषेक करता है, वह समस्त पापों से मुक्त होकर शिवलोक में वास करता है



