बरसात के महीने में कान को पानी से बचाए।

स्वाभिमान जागरण संवाददाता खोरिया बाजार, महराजगंज
बरसात के महीने में कान में पानी न जाने पाए कान में पानी जाने से इन्फेक्शन हो जाता है जिससे कान की बीमारी हो सकती है कान की बीमारी हो तो चिकित्सक से दिखाए झोलाछाप से इलाज कराने से बचे यह बातें सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मिठौरा जगदौर में नाक, कान, गला रोग विशेषज्ञ डॉ प्रियंका दिक्षित ने कही। उन्होंने कहा इन दिनों चिकित्सालय में नाक, कान और गला रोग से पीडित प्रतिदिन मरीज आ रहे है। इनमें से मरीज कान रोग से पीड़ित आ रहे हैं। इन मरीजों में से अधिकांश मरीजों के कान में इन्फेक्शन रहता है। जो कान में पानी और गंदगी चले जाने के कारण होता है उन्होंने कहा कि एक तो बरसात के दिनों में वैसे किसी किसी के कान में पानी चला जाता है, दूसरे बच्चे भी तालाब, नहर तथा पोखरों मे स्नान करने चले जाते है जिससे उनके कान में गंदा पानी चला जाता है और कान में फंगस हो जाता है। कुछ लोग कान की बीमारी होने पर झोलाछाप के पास इलाज कराने चले जाते हैं। झोलाछाप कान साफ करने के लिए हाईड्रोजन पराक्साइ डाल देते हैं। जिससे कान का पर्दा फटने की संभावना बनी रहती है इससे बीमारी और गंभीर हो जाती है ऐसे में कोई भी व्यक्ति अपने मन से कान में तेल या कोई दवा न डाले। उन्होंने यह भी बताया कि कान में पानी जाने, कान मे फुंसी होने, साइनस का संक्रमण कान मे एक्जिमा, कान में कोई वस्तु चले जाने के कारण कान में दर्द होने लगता है ऐसे में चिकित्सक से इलाज कराए