छात्र नेताओं की हुंकार – झुकेगी सरकार या बढ़ेगी रार? 27 जुलाई का समागम 2027 की भी तय करेगा दिशा

पांडे एन डी देहाती /स्वाभिमान जागरण
गोरखपुर। 27 जुलाई का दिन छात्र राजनीति की दिशा तय करेगा। गोरखपुर के नेपाल क्लब में छात्र नेता समागम समारोह होने जा रहा। इसकी तैयारियां बड़ी जोरों पर है। समागम में बुजुर्ग हो चुके अतीत के छात्र नेता भी उपस्थित होंगे, राजनीति में उच्च पद तक गए छात्र नेता भी होंगे और वर्तमान का युवा जोश भी रहेगा। विभिन्न राजनितिक दलों में मुकाम हासिल किए वरिष्ठ नेता होंगे जो छात्र राजनीति की सीढ़ी से शिखर तक पहुंचे हैं। कहा जाता है कि छात्र संघ लोकतंत्र की वह नर्सरी है, जहां से तप कर नौजवान देश की राजनीति को जनसरोकार और प्रतिबद्धता से भरता है।छात्र संघ चुनाव पर प्रतिबंध होने से देश की राजनीति पर संकट के बादल मंडरा रहे हैं। युवाओं में नेतृत्व की मौलिक क्षमता की बजाए उनका तिरस्कार होने से आज लोकसभा और विधानसभा में पूंजी बाजार के नेता पैसे की बदौलत राजनीति में आ रहे जो जन समस्याओं के समाधान से विरत राजनीति कर रहे हैं। आज भी सूबे से लेकर देश की बड़ी पंचायत में कई नामचीन नेता मंत्री हैं जो छात्र राजनीति से संघर्षो की सीढ़ी चढ़ शिखर पर पहुंचे हैं। आज सरकार में हैं तो उन्हें छात्र संघ की बहाली के लिए प्रबल प्रयास करना चाहिए।
27 जुलाई का यह समागम न सिर्फ छात्र राजनीति की, बल्कि 2027 के यूपी विधान सभा चुनाव के संभावित परिदृश्य की दिशा तय करेगा। या तो सरकार झुकेगी, छात्र संघ बहाल करेगी या छात्र नेताओं के रार को झेलेगी। कार्यक्रम की रूपरेखा स्पष्ट है, कार्यक्रम के अध्यक्ष विश्वविद्यालय के वरिष्ठतम अध्यक्ष (निर्वाचित 1965 ई.) श्री निर्मल कुमार उपाध्याय और मुख्य अतिथि विश्वविद्यालय के वरिष्ठतम छात्र संघ उपाध्यक्ष राजधारी सिंह (पूर्व मंत्री उत्तर प्रदेश सरकार) होंगे। विशिष्ठ अतिथियों में बस्ती विधानसभा के पूर्व विधायक और छात्र संघ के पूर्व अध्यक्ष श्री राजमणि पाण्डेय, पूर्व विधायक सहजनवां एवं पूर्व अध्यक्ष श्री शीतल पाण्डेय,वरिष्ठतम विधान परिषद सदस्य और क्रांतिधर्मी चेतना के छात्र नेता श्री देवेंद्र प्रताप सिंह,पूर्व अध्यक्ष एवं देवरिया कुशीनगर परिक्षेत्र के माननीय विधान पार्षद डा. रतनपाल सिंह सहित कई नामचीन हस्तियाँ इस समागम में अपनी गरिमामयी उपस्थिति दर्ज कराएंगी।
छात्र संघ बहाली के लिए हस्ताक्षर अभियान चलाया जा रहा है।जिन छात्र नेताओं ने समागम में आने की सहमति प्रदान की है उनमें काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के छात्र संघ अध्यक्ष श्री सुभाष चंद्र त्रिपाठी, इलाहाबाद विश्वविद्यालय छात्र संघ के पूर्व अध्यक्ष श्री अवनीश यादव, कानपुर विश्वविद्यालय के पूर्व अध्यक्ष श्री कालिंदी तिवारी जी, पूर्व अध्यक्ष श्री राम सिंह, श्री विश्वकर्मा द्विवेदी,श्री राधेश्याम सिंह, श्री दिनेश चन्द्र त्रिपाठी श्री संजीव कुमार सिंह, श्री समीर कुमार सिंह, डा. रूप कुमार सिंह, डा. सत्यपाल पाल, श्री राजीव कुमार पाण्डेय, उपाध्यक्ष में श्री वीरेंद्र नायक, श्री दिलीप कुमार सिंह, श्री विजय शंकर पति त्रिपाठी, श्री अशोक कुमार चौधरी, श्री नागेन्द्र सिंह मुन्ना, श्री संजय सिंह, श्री विश्वजीत सिंह, डा. योगेश प्रताप सिंह, डा. चेतना पाण्डेय, डा. उमाशंकर यादव, श्री अखिलदेव त्रिपाठी, महामंत्री में श्री राम दुलारे यादव, डा. चन्द्र प्रकाश त्रिपाठी, श्री कमलेश कुमार त्रिपाठी, श्री राजेश कुमार तिवारी (जिलाध्यक्ष कांग्रेस पार्टी) , डा. अंशुमान त्रिपाठी, श्री विजय नारायण सिंह, डा. शिव कुमार त्रिपाठी श्री अमरेन्द्र मल्ल और श्री नीरज शाही तथा वरिष्ठ छात्र नेता श्री संजय पाण्डेय, श्री संतोष मणि त्रिपाठी, श्री जेडी मिश्र, श्री श्रवण कुमार निराला, डा. सतीश राना, श्री राम लक्ष्मण,अरविंद गिरि, फारुख अहमद डा आदित्य विक्रम सिंह “दीपक”आनंद श्रीवास्तव “सोनू”निर्भय शाही “सिन्टू”सुधांशु रंजन मिश्र सहित सैकड़ों छात्र नेताओं ने समागम में उपस्थित होने की सहमति आयोजकों को दी है।



