यूपी एटीएस को मिली कामयाबी: भारत में गजवा-ए-हिंद स्थापित करने की योजना बना रहे दो युवक गिरफ्तार
'रिवाइविंग इस्लाम'' व्हाट्सअप ग्रुप पर देश विरोधी गतिविधि पाए जाने पर हुई कार्रवाई

यूपी एटीएस को मिली कामयाबी: भारत में गजवा-ए-हिंद स्थापित करने की योजना बना रहे दो युवक गिरफ्तार
‘‘रिवाइविंग इस्लाम” व्हाट्सअप ग्रुप पर देश विरोधी गतिविधि पाए जाने पर हुई कार्रवाई
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स्वाभिमान जागरण/लखनऊ
हर हाथ में मोबाईल है। हर मोबाईल धारक किसी न किसी व्हाट्सप ग्रुप से जुड़ा है। अगर कोई मोबाईल धारक जाने अनजाने किसी देश विरोधी व्हाट्सप ग्रुप में जुड़ा है तो वह अपराधी है। अगर आप किसी ऐसे ग्रुप से जुड़े हैं जहाँ साम्प्रदायिक सद्भाव बिगाड़ने की साजिश हो रही हो या देश विरोधी गतिविधियां संचालित हो रही हों तो आप गलत कर रहे हैं। आप की मुश्किलें बढ़ सकती हैं, आप पर राष्ट्र विरोधी गतिविधियों में संलिप्तता के आरोप में कार्रवाई हो सकती है।
यूपी एटीएस को एक बहुत बड़ी कामयाबी मिली है। यूपी एटीएस ने देश विरोधी गतिविधियों और साम्प्रदायिक सद्भाव को बिगाड़ने की साजिश रचने के आरोप में दो युवकों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार लोगों में अमरोहा निवासी अजमल अली और महाराष्ट्र के थाणे के रहने वाले डॉ. उसामा माज शेख है। आरोप है कि यह दोनों देश में शरिया कानून लागू करने की साजिश रच रहे थे।भारत में गजवा-ए-हिंद स्थापित करने की योजना बना रहे ये दोनों युवक गिरफ्तार किए गए हैं। एडीजी कानून व्यवस्था अमिताभ यश के अनुसार यूपी एटीएस को सूचना मिली थी कि ”रिवाइविंग इस्लाम” नाम के व्हाट्सएप ग्रुप, जिसमें लगभग 400 पाकिस्तानी सदस्य और तीन एडमिन शामिल हैं, के जरिए राष्ट्रविरोधी गतिविधियां संचालित हो रही हैं। इस ग्रुप से जुड़ा एक मोबाइल नंबर अमरोहा, उत्तर प्रदेश का पाया गया, जिसका इस्तेमाल अजमल अली कर रहा था। यूपी एटीएस ने अजमल को लखनऊ बुलाकर पूछताछ की। पूछताछ में अजमल ने कुबूल किया कि वह इस ग्रुप के अलावा अन्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर कई पाकिस्तानी व्यक्तियों के संपर्क में था और गैर-मुस्लिमों के प्रति कट्टरपंथी विचारधारा का प्रचार-प्रसार कर रहा था। पूछताछ में पता चला कि अजमल, डॉ. उसामा माज शेख को अपना मेंटॉर मानता था, जो इंस्टाग्राम और सिग्नल ऐप के माध्यम से भारत विरोधी बातें करता था। डॉ. उसामा के साथ वह भारत की चुनी हुई सरकार को गिराने और शरिया कानून लागू करने की साजिश रच रहा था। अजमल की निशानदेही पर ही यूपी एटीएस ने डॉ. उसामा माज शेख को महाराष्ट्र के बदलापुर से गिरफ्तार किया। दोनों अभियुक्त सोशल मीडिया के जरिए पाकिस्तानी व्यक्तियों से संपर्क में थे और हिंसक जिहाद के माध्यम से भारत में गजवा-ए-हिंद स्थापित करने की योजना बना रहे थे। ये मुस्लिम युवाओं को गैर-मुस्लिमों के खिलाफ भड़काकर भारत विरोधी और आपराधिक गतिविधियों के लिए प्रेरित करते थे।