मंत्री ने सनातन धर्म की डेंगू-मलेरिया से की तुलना
उदयनिधि की गिरफ्तारी को लेकर सोशल मीडिया पर मांग तेज
तमिलनाडु | डीएमके सरकार में मंत्री उदयनिधि स्टालिन ने शनिवार को सनातन धर्म पर विवादित टिप्पणी करने के मामले में राजनीति गर्मा गई है दरअसल, उदयनिधि स्टालिन ने सनातन धर्म की तुलना डेंगू, मलेरिया और कोरोना से की है। इस बयान के बाद उदयनिधि स्टालिन बीजेपी के निशाने पर आ गए है। उदयनिधि द्वारा सनातन धर्म पर दिए गए बयान को लेकर रविवार को राजस्थान के डूंगरपुर में परिवर्तन यात्रा से पहले हुई जनसभा में गृहमंत्री अमित शाह ने निशाना साधते हुए कहा- दो दिन से आप सनातन धर्म का अपमान कर रहे हैं। INDIA के 2 प्रमुख दल डीएमके और कांग्रेस पार्टी के बड़े नेता कह रहे हैं कि सनातन धर्म को समाप्त कर देना चाहिए। इन लोगों ने वोट बैंक और तुष्टिकरण की राजनीति करने के लिए हमारी संस्कृति का अपमान किया है।
द्रविड़ मुन्नेत्रकज़गम (डीएमके) नेता और तमिलनाडु सरकार में मंत्री उदयनिधि स्टालिन ने ‘सनातन धर्म को मिटाने’ के मुद्दे को लेकर हो रहे एक सम्मेलन में कहा ‘सनातन धर्म मलेरिया डेंगू की तरह है जिसे मिटाना ज़रूरी है।’ उदयनिधि प्रदेश के युवा मामलों और खेल मंत्री के अलावा, फ़िल्म लेखक, निर्देशक और अभिनेता भी हैं। उन्होंने कहा, “ऐसी कुछ चीज़ें होती हैं जिनका विरोध करना काफी नहीं होता, हमें उन्हें समूल मिटाना होगा। मच्छर, डेंगू बुख़ार, मलेरिया, कोरोना ये ऐसी चीज़ें हैं जिनका हम केवल विरोध नहीं कर सकते हमें इन्हें मिटाना होगा । सनातन भी ऐसा ही है।” समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, उदयनिधि स्टालिन ने कार्यक्रम में बोलने के लिए आयोजकों को धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि मैं इस बात की सराहना करता हूं कि सम्मेलन का नाम ‘सनातन विरोधी सम्मेलन’ के बजाय ‘सनातन उन्मूलन सम्मेलन’ रखा गया।
मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के बेटे उदयनिधि स्टालिन के द्वारा ट्वीट (एक्स) पर लोगों द्वारा कड़ी प्रतिक्रिया दी जा रही है। ट्वीर पर लोग लगातार उदयनिधि स्टालिन की गिरफ्तारी की मांग कर रहे है। सोशल मीडिया पर कड़ी आलोचना झेलने के बाद उन्हें अपने बयान को लेकर सफ़ाई दी है। उन्होंने कहा कि उन्होंने कभी भी उन लोगों को मिटाने की बात नहीं की जो सनातन धर्म को मानते हैं। हालांकि उन्होंने कहा कि वो मानते हैं कि सनातन धर्म एक सिद्धांत है जो जाति और धर्म के नाम पर लोगों को बांटता है। वहीं उनके बयान को लेकर सोशल मीडिया भी बंटा नज़र आ रहा है। एक तरफ कई उनकी आलोचना कर रहे हैं तो दूसरी तरफ कई उनके समर्थन में उतर रहे हैं।




