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देवरिया जिले के हर थानों में हुई चौकीदारों की बैठक, क़ानून व्यवस्था सुदृढ़ करने में बनेंगे सहयोगी

स्वाभिमान जागरण संवाददाता

देवरिया। मंगलवार को देवरिया जिले के पुलिस थानों में प्रभारियों ने चौकीदारों के साथ बैठक की। बैठक में संबंधित थानाध्यक्षों/प्रभारी निरीक्षकों द्वारा अपने-अपने थानों पर कार्यरत चौकीदारों (ग्राम प्रहरियों) को बुलाकर उनसे संवाद स्थापित किया गया। इस दौरान उन्हें पुलिस कार्य प्रणाली की बारीकियों से अवगत कराते हुए कानून-व्यवस्था की मजबूती में उनके दायित्वों और योगदान पर विशेष बल दिया गया।बैठक के दौरान प्रभारी निरीक्षक/थानाध्यक्ष द्वारा चौकीदारों को बताया गया कि ग्राम स्तर पर उनकी भूमिका बेहद महत्वपूर्ण है। चौकीदार स्थानीय निवासियों के बीच रहकर क्षेत्र की गतिविधियों की सही जानकारी रखते हैं, ऐसे में वे अपराध की रोकथाम और आपराधिक घटनाओं के अनावरण में पुलिस की “आंख और कान” की भूमिका निभाते हैं। सभी चौकीदारों को निर्देशित किया गया कि वे गांवों में संदिग्ध व्यक्तियों की गतिविधियों, आपराधिक प्रवृत्ति के लोगों की आवाजाही तथा अवैध शराब, जुआ, सट्टेबाजी या अन्य किसी भी गैरकानूनी गतिविधि की जानकारी समय-समय पर थाने को उपलब्ध कराएं।

इसके साथ ही, आगामी त्यौहारों एवं पर्वों के दृष्टिगत विशेष सतर्कता बरतने पर भी जोर दिया गया। चौकीदारों को अपने क्षेत्र के धार्मिक स्थलों, मेलों, भीड़-भाड़ वाले स्थानों तथा संवेदनशील इलाकों पर विशेष नजर रखने को कहा गया। उन्हें यह भी निर्देश दिए गए कि गांवों में होने वाले आपसी विवाद, जमीनी रंजिश अथवा किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना की सूचना तत्काल थाने पर दें, ताकि समय रहते उचित कार्रवाई की जा सके और शांति व्यवस्था बनी रहे।

बैठक में यह भी कहा गया कि चौकीदार गांव-गांव जाकर लोगों को पुलिस हेल्पलाइन नंबरों जैसे 112, 1090, 1930 आदि के बारे में जागरूक करें, ताकि किसी भी आपात स्थिति में लोग तुरंत पुलिस से सहायता प्राप्त कर सकें। उन्हें बताया गया कि महिलाओं, बच्चों एवं बुजुर्गों की सुरक्षा में विशेष संवेदनशीलता बरतनी होगी।

थानाध्यक्षों ने चौकीदारों को आश्वस्त किया कि उनकी समस्याओं और आवश्यकताओं को भी प्राथमिकता के आधार पर सुना और दूर किया जाएगा। साफा, वर्दी, साइकिल एवं अन्य संसाधनों की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए उच्चाधिकारियों द्वारा पहले से ही सकारात्मक कदम उठाए जा चुके हैं।

बैठक के उपरान्त चौकीदारों तथा बीपीओ का आपस में मोबाइल नंबरों का आदान-प्रदान कराते हुए पुलिस द्वारा प्रतिदिन की जाने वाली पैदल गश्त (फूट पेट्रोलिंग) में चौकीदारों को सम्मिलित करते हुए पैदल गश्त भी किया गया।

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