पूर्व विधायक का बड़ा आरोप—– तहसील और थानों में फेल है शासन तंत्र,भ्रष्टाचार चरम पर – विनोद मणि त्रिपाठी

स्वाभिमान जागरण संवाददाता, पुरन्दरपुर, महराजगंज।
उत्तर प्रदेश सरकार की प्रशासनिक व्यवस्था पर तीखा हमला बोलते हुए समाजवादी पार्टी के फरेंदा के पूर्व विधायक विनोद मणि त्रिपाठी ने आरोप लगाया है कि प्रदेश और जिले में तहसीलों और थानों में शासन व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गई है। उन्होंने कहा कि अफसरशाही और लालफीताशाही का बोलबाला इतना बढ़ गया है कि अब खुद सत्ताधारी दल के मंत्रियों और विधायकों को भी थानों में धरना देना पड़ रहा है। उक्त बातें उन्होंने बुधवार को अपने आवास पर प्रेस वार्ता में कहीं। उन्होंने कहा कि जिले की तहसीलों में भ्रष्टाचार चरम पर है। आरोप लगाया है कि वरासत दाखिल खारिज जैसे मामूली मामलों में भी भारी वसूली की जा रही है, जिसमें लेखपाल, कानूनगो और तहसीलदार की मिलीभगत शामिल है। थानों में मुकदमों को अल्पीकरण करने और समझौते कराने के नाम पर मोटी रकम वसूली जा रही है, जिससे आम जनता न्याय से वंचित हो रही है। प्राथमिकी दर्ज कराना आम नागरिक के लिए टेढ़ी खीर बन गई है।उन्होंने इस पूरे मामले को लेकर सीएम योगी को पत्र लिखा है। जिसमें महराजगंज को मॉडल जिले के रूप में विकसित कर, भ्रष्टाचार पर प्रभावी अंकुश लगाई जाए।इसके साथ ही उन्होंने खाद संकट को लेकर भी प्रशासन पर निशाना साधते हुए कहा कि महराजगंज में यूरिया की भारी तस्करी नेपाल की ओर हो रही है, जिसमें अधिकारियों की मिलीभगत है।उन्होंने दावा किया कि लगभग 80 प्रतिशत यूरिया नेपाल भेजी जा रही है, जबकि किसान खाद के लिए भटक रहे हैं। समितियों पर खाद होने के बावजूद किसानों को खाद नहीं मिल रही है, जो सीधे तौर पर अधिकारियों और बिचौलियों की सांठगांठ को दर्शाता है।अंत में कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा किए जा रहे विकास कार्यों से जनता में सकारात्मक भावना है, लेकिन यदि भ्रष्टाचार पर लगाम नहीं लगी, तो इसका असर सीधे आम जनमानस पर पड़ेगा।इस दौरान मालवीय सहित अन्य लोग मौजूद रहे।