पी डब्ल्यू डी के “लीचड़ सिस्टम” से लार बाई पास पर बने कीचड़ में हिंदूवादी नेता का साढ़े तीन घंटा धरना
जेसीबी से सड़क समतल का काम शुरू हुआ तब समाप्त हुआ धरना
- स्वाभिमान जागरण संवाददाता देवरिया
कीचड़ में साढ़े तीन घंटे धरना के बाद चालू हुआ लार बाईपास पर काम
लार। जब सत्ता की चासनी में डूबे जनप्रतिनिधि जन समस्याओं पर ध्यान नहीं देते, जब प्रतिपक्ष का कोई नेता जन सरोकार से जुड़ी समस्या के लिए संघर्ष करने के लिए खड़ा नहीं होता तब विभागीय “लीचड़पन” की हद हो जाती है, और इसी लिचड़पन के कीचड़ में लार बाई पास पांच माह से बंद है। आम जनता परेशान तो थी लेकिन तटस्थ बन कर तमाशबीन बनी रही। समस्या नासूर बन गयी। परेशान सब हैं, लेकिन बोलेगा कोई नहीं। भला हो लार के हिंदूवादी नेता अरुण कुमार सिंह का जिन्होंने लार बाई पास के लिए संघर्ष किया, काम चलाऊ काम तो आज ही शुरू हो गया। सोमवार दस बजे थे, पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार लार बाई पास निर्माण की मांग को लेकर हिंदूवादी नेता लार बाई पास के कीचड़ में लेट कर प्रदर्शन करने लगे।
यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का स्पष्ट आदेश था कि त्योहार के पहले सभी सड़कें ठीक कर दी जायँ। लोक निर्माण विभाग ने मुख्यमंत्री के निर्देश पर अमल नहीं किया। लार के हिंदूवादी नेता अरुण सिंह ने लार वाई पास के निर्माण के लिए 18 सितंबर को जिलाधिकारी को ज्ञापन दिये थे उसके बाद भी लार बाई पास पर काम चालू नहीं हुआ। सोमवार को सुबह दस बजे हिंदूवादी नेता को जब जानकारी हुई कि दुर्गा प्रतिमाएँ लाने को कोई वाहन चालक इस लिए नहीं तैयार हो रहा कि लार बाई पास सड़क खराब है तो उन्होंने पूर्व सूचना के अनुसार सुबह दस बजे ही लार बाई पास के कीचड़ में लेट कर धरना प्रदर्शन करने लगे। सूचना पर चौकी प्रभारी अश्वनी प्रधान ने मौके पर पहुंचकर उन्हें समझाया लेकिन वे मानने को तैयार नहीं हुए। दो घंटे बाद नायब तहसीलदार हरी प्रसाद मौके पर पहुंचे लेकिन उनके समझाने के बाद भी वे कीचड़ से बाहर नहीं निकले। ऊपर धूप और नीचे कीचड़ से अरुण सिंह की तबियत बिगड गयी। सूचना के बाद तत्काल सीएचसी लार के डॉक्टर सहयोगियों के साथ पहुंचे। जाँच के बाद बीपी की दवा दी गयी। तबियत बिगड़ने के बाद भी अरुण सिंह कीचड़ से बाहर नहीं निकले। दोपहर लगभग एक बजे लोकनिर्माण विभाग के सहायक अभियंता अजय कुमार सिंह मौके पर पहुंचकर उनसे काम शुरू कराने के लिए समय मांगने लगे। इस बीच उन्होंने कहा कि दुर्गा प्रतिमाओं को ले जाने के लिए रास्ता नहीं है और आप वक़्त मांग रहे। आप जैसे ही लोग योगी सरकार को बदनाम करा रहे हैं। धरना स्थल पर एकत्रित भीड़ लोक निर्माण विभाग के लोगों से नोकझोंक करने लगे। हार पीछ कर सहायक अभियंता ने मौके पर तुरंत जेसीबी मंगवा कर सड़क समतल कराने का काम शुरू किए। साढ़े तीन घंटे बाद अरुण सिँह ने धरना समाप्त किया।

इस अवसर पर विनय सिंह, राणा प्रताप सिंह, बिट्टन सिंह, चुनचुन सिंह,शैलेन्द्र यादव, अरुण पाण्डेय, बलबीर सिंह, साहू विशाल, राजेश कुशवाहा, अंकित कुमार, अमरजीत यादव, विकास यादव, संजय यादव, पिंटू यादव, प्रधान राधेश्याम प्रसाद, जन्मेजय सिंह, यशवंत सिंह, आकाश सिंह आदि दर्जनों प्रमुख लोग कड़ी धूप में धरना स्थल पर जमे रहे।
धरना स्थल पर तो सड़क का समतलीकरण तुरंत करा दिया गया, लेकिन घारी में अंशू सिंह के दुकान से दक्षिण की तरफ स्थिति ज्यो की त्यों बनी है।




