आस्था का प्राचीन केंद्र, जहां पूरी होती हैं भक्तों की मुरादें।
फरेंदा क्षेत्र के हरमंदिर खुर्द में स्थित प्राचीन समय माता का मंदिर।

स्वाभिमान जागरण संवाददाता, पुरन्दरपुर महराजगंज।
फरेंदा तहसील क्षेत्र के ग्राम सभा हरमंदिर खुर्द में स्थित समय माता का स्थान (फुर्सतपुर वाली माता) आस्था, विश्वास और शक्ति का ऐसा केंद्र है, जहां सैकड़ों वर्षो से भक्तों की भीड़ उमड़ती रही है। खासकर शारदीय और चैत्र नवरात्रि के दौरान यहां भक्तों का मेला जैसा दृश्य देखने को मिलता है।समय माता का यह प्राचीन स्थल फरेंदा तहसील मुख्यालय से लगभग 12 किलोमीटर और गोरखपुर-सोनौली राष्ट्रीय राजमार्ग भैया फरेंदा से करीब 5 किलोमीटर की दूरी पर पश्चिमोत्तर दिशा में स्थित है। एक पुराने करमा के पेड़ के नीचे विराजमान यह मंदिर पहले घने जंगलों से घिरा हुआ था। इतिहास और मान्यता ,कहा जाता है कि प्राचीन काल में इस स्थान पर माता समय पिंड रूप में प्रकट हुई थीं, बाद में वे हाथी की सवारी करती हुई स्वरूप में स्थापित हो गई। भक्त मानते हैं कि यहां सच्चे दिल से मांगी गई मन्नतें जरूर पूरी होती हैं।पूर्व ग्राम प्रधान चन्द्रशेखर चौधरी, वर्तमान ग्राम प्रधान प्रतिनिधि गोविन्द यादव और पूर्व प्रमुख फरेंदा रामप्रकाश सिंह के सहयोग से मंदिर का जिर्णोद्धार एवं विकास कार्य तेजी से हुआ।
धार्मिक आयोजन लगभग तीन दशकों से शारदीय नवरात्र के अवसर पर यहां रामलीला का भव्य आयोजन किया जाता है। दशहरे के दिन विशाल मेला लगता है, जिसमें दूर- दराज आस-पास के दर्जनों गांवों से भारी संख्या में भक्त आते हैं।मंदिर में संत महात्माओं का आना-जाना लगा रहता है और कीर्तन-भजन का आयोजन नियमित रूप से होता है। मंदिर परिसर की विशेषताएं यह है कि,मंदिर में सैकड़ों हाथियों की मूर्तियां स्थापित हैं जो मां के हाथी पर सवारी वाले स्वरूप की प्रतीक हैं। इस मंदिर में मां दुर्गा की एक भव्य प्रतिमा भी परिसर में स्थापित की गई है, जिसे नवरात्रि के दौरान विशेष रूप से सजाया जाता है।यहां लवंग और कपूर चढ़ाने की परंपरा आज भी जीवंत है, जो श्रद्धा और आस्था का प्रतीक मानी जाती है। मंदिर के पुजारी नागेंद्र दास तिवारी बताते हैं कि पहले यह स्थान घने जंगल से घिरा था और एक पुजारी ही सेवा करते थे। लेकिन जैसे-जैसे भक्तों की मन्नतें पूरी होने लगीं, स्थान की प्रसिद्धि बढ़ती गई और जंगल धीरे-धीरे साफ होता गया।आस्था का प्रतीक,आज समय माता का स्थान केवल एक धार्मिक स्थल नहीं, बल्कि लोगों की आस्था और विश्वास का केंद्र बन चुका है। जो भी भक्त यहां श्रद्धा और विश्वास के साथ आता है, उसकी मनोकामनाएं जरूर पूरी होती हैं। वर्तमान समय में रामलीला का आयोजन चल रहा है। मंदिर के प्रांगण में दो बड़ी-बड़ी स्ट्रीट लाइट और आरो प्लांट भी लगाएं गए हैं ।



