अड्डा बाजार CHC की भयावह दुर्दशा, 25 साल बाद भी वीरान, परिसर में घूमते हैं विषधर।

स्वाभिमान जागरण संवाददाता, अड्डा बाजार, महराजगंज ।
महराजगंज जनपद के नौतनवां तहसील अंतर्गत अड्डा बाजार सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (CHC) की बदहाल स्थिति ने स्थानीय निवासियों को झकझोर कर रख दिया है। 21/04/2001 को उद्घाटन होने के बावजूद, यानी करीब 25 साल बाद भी, यह स्वास्थ्य केंद्र मूलभूत सुविधाओं और कर्मचारियों के भारी अभाव के कारण खंडहर में तब्दील होता जा रहा है।
स्थानीय निवासी युनुस खान द्वारा माननीय मुख्यमंत्री को भेजे गए एक प्रार्थना पत्र में अस्पताल की दयनीय स्थिति का खुलासा किया गया है।
दिन में भी लगता है डर: झाड़ियाँ, टूटी छत और साँप
अड्डा बाजार CHC का परिसर इतना उपेक्षित है कि चारों ओर घनी झाड़ियाँ पसरी हुई हैं। स्थिति इतनी भयावह है कि दिन के समय भी किसी अकेले व्यक्ति की यहाँ जाने की हिम्मत नहीं होती। अस्पताल भवन की भी हालत जर्जर है; वर्षा होने पर छत टपकती है। सबसे चिंताजनक बात यह है कि परिसर में फैली गंदगी और झाड़ियों के कारण दिन के उजाले में भी बरामदे में साँप घूमते देखे जाते हैं, जो मरीजों और स्टाफ की जान को खतरे में डालता है।
एक डॉक्टर के भरोसे 50-60 मरीज़, वीरान पड़े कमरे
यह स्वास्थ्य केंद्र क्षेत्र के लगभग 50-60 मरीजों को प्रतिदिन स्वास्थ्य सेवाएँ देता है, लेकिन यह मात्र एक डॉक्टर, एक फार्मासिस्ट और एक महिला कर्मचारी के भरोसे चल रहा है। अस्पताल में कोई अधीक्षक तैनात नहीं है, जिससे व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गई है। कर्मचारियों की कमी के कारण बड़े-बड़े कमरे वीरान पड़े हैं, और चिकित्सक कक्ष एवं इंजेक्शन कक्ष जैसी सामान्य सेवाएँ भी प्रभावित हैं।
ताला लगा हैं महत्वपूर्ण सुविधाओं पर।
जनता के लिए आवश्यक महत्वपूर्ण सेवाएँ यहाँ बंद पड़ी हैं। ऑपरेशन थिएटर पूर्ण रूप से बंद है। एक्स-रे कक्ष का ताला आज तक नहीं खुला है, और प्रयोगशाला (लैब) में जाने की स्थिति नहीं है।
दीवारों पर ईसीजी, ब्लड शुगर, ब्लड प्रेशर, फीटल हृदय गति जांच जैसी सुविधाओं के बड़े-बड़े बोर्ड तो लगे हैं, लेकिन डॉक्टरों के घोर अभाव के कारण ये सारी जांच सुविधाएँ आम जनता को नहीं मिल पा रही हैं। इतना ही नहीं, रखरखाव के अभाव में एक एंबुलेंस भी खड़े-खड़े दम तोड़ चुकी है, जिससे आपातकालीन सुविधा भी समाप्त हो गई है।
मुख्यमंत्री से त्वरित हस्तक्षेप की माँग
युनुस खान ने माननीय मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश से तत्काल संज्ञान लेने की अपील की है। उन्होंने माँग की है कि
पूर्णकालिक अधीक्षक सहित पर्याप्त संख्या में डॉक्टरों और स्टाफ की तैनाती हो।
परिसर की साफ-सफाई, झाड़ियां हटवाने और भवन की मरम्मत का कार्य युद्ध स्तर पर कराया जाए।
बंद पड़े ऑपरेशन थिएटर, एक्स-रे कक्ष और प्रयोगशाला को तुरंत चालू कराया जाए।
नई एंबुलेंस की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए।
स्थानीय नागरिकों ने उम्मीद जताई है कि मुख्यमंत्री के त्वरित और मानवीय हस्तक्षेप से यह बदहाल स्वास्थ्य केंद्र फिर से शुरू हो सकेगा और क्षेत्र के हजारों गरीब एवं आम लोगों को उनके घर के पास ही समुचित डॉक्टरी सुविधा मिल पाएगी।



