बीमारी से जीवन का जंग हार गया सिपाही बृजेश
यूपीपी में जौनपुर जिले के ए एच टी यू थाने में हेड कांस्टेबल के पद पर थी वर्तमान तैनाती

एस ओ जी आजमगढ़ में तैनाती के दौरान बहादुरी के लिए विभागीय मित्रों ने दी थी “टाइगर”की उपाधि
स्वाभिमान जागरण संवाददाता
मईल। स्थानीय मईल थाना क्षेत्र स्थित देवराहा बाबा आश्रम नरियांव गांव निवासी यूपीपी के एक सिपाही की बीमारी से मौत हो गई। रात्रि में मौत की सूचना जैसे ही घर वालों को मिली तो परिवार के लोगों के करुण क्रंदन से से पूरा गांव चीत्कारों से भर उठा। सूचना मिलते ही पिता एवं यूपीपी में ही तैनात छोटा भाई विनोद यादव रात में ही जौनपुर के लिए निकल गए।
ज्ञातव्य है कि उत्तर प्रदेश पुलिस में तैनात नरियांव गांव निवासी बृजेश यादव उम्र 39वर्ष पुत्र राजित यादव की बीते रात्रि बीमारी से निधन हो गया। सन् 2005 में बृजेश यादव की नियुक्ति उत्तर प्रदेश पुलिस में हुई थी। नियुक्ति के बाद बृजेश की प्रथम तैनाती जब आजमगढ़ जिले में हुई तो उसके बहादुरी के कारण उसे डिपार्टमेंट के एस ओ जी विभाग में भेजा गया। जहां अपराध एवं अपराधियों पर ब्रिजेश के नाम का ऐसा खौफ पसरा कि अपराधी इनका नाम सुनकर ही कांपने लगते थे। ऐसे ही एक पुलिस ऑपरेशन के दौरान बृजेश को गोली भी लगी, जिसके बादसे पुलिस विभाग के साथी उसे “टाइगर” कहकर बुलाते थे। किन्तु बाद में बृजेश बीमारी के मकड़जाल में फंस गया और अंततः बीते शुक्रवार की देर रात में उसका निधन हो गया। अपने पीछे बृजेश पत्नी सुमन, पुत्र उत्कर्ष 12वर्ष एवं पुत्री अंजली उर्फ लाडो 06वर्ष के रूप में भरा – पूरा परिवार छोड़ गए हैं।



