लक्ष्मण-परशुराम संवाद सुनकर श्रोता हुए मंत्रमुग्ध
श्रीराम धनुष भंग प्रसंग में उमड़ा भक्तों का सैलाब, जयकारों से गूंजा पंडाल

खागा/ फतेहपुर खखरेरू नगर पंचायत खखरेरू में चल रही सात दिवसीय रामलीला के तीसरे दिन मंगलवार की रात मंचन के दौरान लक्ष्मण और परशुराम संवाद का अद्भुत दृश्य देखने को मिला। श्रीराम द्वारा शिव धनुष भंग किए जाने की सूचना मिलते ही त्रिकूट पर्वत पर तपस्या कर रहे भगवान परशुराम सभा में पहुंचे।
राजा जनक द्वारा आयोजित सीता स्वयंवर की सभा में जब परशुराम ने धनुष भंग करने वाले के बारे में प्रश्न किया तो सभा में सन्नाटा छा गया। किसी भी राजा ने उत्तर देने का साहस नहीं किया। इसी बीच प्रभु श्रीराम ने विनम्रता से कहा कि “शिव धनुष को भंग करने वाला आपका कोई दास होगा।” इस बात पर परशुराम क्रोधित हो उठे और कठोर वचनों से श्रीराम को संबोधित करने लगे।
तभी गुरु की आज्ञा से लक्ष्मण ने परशुराम से संवाद प्रारंभ किया। लगभग चार घंटे चले इस संवाद ने समूचे वातावरण को आध्यात्मिक बना दिया। दर्शक कभी “जय श्रीराम” के नारे लगाते तो कभी “जय परशुराम” के उद्घोष से पंडाल गूंज उठा। संवाद की प्रस्तुति इतनी जीवंत रही कि दर्शक मंत्रमुग्ध होकर बैठे रह गए।
रामलीला मंचन के दौरान कलाकारों के हाव-भाव, संवाद अदायगी और संगीत के संगम ने दर्शकों को भावविभोर कर दिया।
मंचन का आयोजन मेला कमेटी की ओर से किया जा रहा है।
रामलीला कमेटी के अध्यक्ष आनंद दत्त मिश्रा, बी. सिंह, मुन्ना मिश्रा, लालू तिवारी, मुन्ना चौधरी एवं कार्यवाहक अध्यक्ष ऋषि अग्रहरि सहित सैकड़ों श्रद्धालु उपस्थित रहे और मंचन का आनंद लिया।


