मोतिहारी व गोपालगंज के लोगों ने लार में किया बवाल, पांच हिरासत में
बस से 6.20 लाख गायब होने का मामला

आधीरात को पैसे को लेकर सड़क पर बवाल, पुलिस ने पांच को हिरासत में लिया
बस से करेंसी कारोबारी का 6.20 लाख गायब करने का निजी बस के खलासी पर आरोप
गोपालगंज में खलासी को पकड़ कर कारोबारी ने पूछा तो उसने उकीना ढाबा के समीप पैसा छिपा कर रखने की बात की
ढाबा पर पहुंचकर पैसे देने से मुकर गया, खलासी व नोट कारोबारी में मारपीट
आधी रात को बवाल की सूचना पर पहुंची पुलिस ने पांच लोगों को मौके से हिरासत में लिया, स्कार्पियो व रिवाल्वर को कब्जे में लिया
दोनों तरफ से केस दर्ज
स्वाभिमान जागरण संवाददाता
देवरिया। लार थाना क्षेत्र के राम- जानकी मार्ग पर 8/9 की मध्य रात उकीना गांव के समीप एक निजी बस के खलासी और कुछ स्कार्पिओ सवार लोगों से विवाद हो गया। विवाद की सूचना पर मौके पर पर पहुंची पुलिस ने मौके से एक लाइसेंसी रिवाल्वर और एक स्कार्पियो व खलासी सहित 5 को हिरासत में ले लिया।
बिहार के मोतिहारी से बनारस को एक प्राइवेट बस चलती है। कटे फटे नोट बदलने का व्यवसाय करने वाले एक व्यक्ति का छह लाख बीस हजार रूपये बस से गायब हो गए थे। उन्हें आशंका थी कि बस का खलासी रूपये गायब कर दिया है। पूछताछ के लिए नोट बदलने का कारोबार करने वाले व्यक्ति ने बस के खलासी को गोपालगंज में पकड़ लिया। खलासी ने लार के उकीना में एक ढाबा के पास पैसे छिपा कर रखने की बात बताई। नोट कारोबारी अपने कुछ सहयोगियों के साथ खलासी की बात पर विश्वास कर लार के उकीना तक आ गए। उकीना में पहुँचने के बाद खलासी अपनी बात से मुकर गया। इसी बात को लेकर मारपीट हो गयी। मौके पर पहुंची पुलिस ने चार स्कार्पियो सवार और खलासी को पकड़ कर थाने ले गयी।
9 नवंबर की सुबह से इस मामले में थाने पर पंचायत होती रही। नोट कारोबारी अपना गायब रुपया दिलवाने की बात कहते रहे, खलासी रूपये लेने की अनभिज्ञता जताता रहा। आख़िरकार सुबह से दोनों पक्ष की पंचायत का शाम तक कोई हल नहीं निकला तो दोनों ने एक दूसरे के खिलाफ केस लिखने की तहरीर दी। पुलिस ने खलासी छोटन महतो पुत्र भरत महतो निवासी किसुन पसौनी, थाना पिपरा, मोतिहारी की तहरीर पर पांच नामजद लोगों के विरुद्ध बलबा और मारपीट का केस दर्ज कराया। दूसरी तरफ प्रभात प्रकाश गर्ग पुत्र राज किशोर मिश्र निवासी छवही तक्की, थाना माझागढ़, जिला गोपालगंज ने एक नामजद तीन अज्ञात पर केस दर्ज कराया।
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पूरी कहानी में कई सवाल उठ रहे
1- खलासी को यदि पैसे की जानकारी नहीं थी, तो गोपालगंज से क्यों नोट कारोबारी को लार तक “चढ़ा” लाया?
2- मारपीट की घटना में नोट कारोबारी और उनके सहयोगियों को ज्यादा चोट आई है, वे पांच लोग थे और खलासी एक था, यह बात गले से नीचे नहीं उतर रही।
3- खलासी से तो गोपालगंज में ही पूछताछ करके नोट कारोबारी ने उसका नाम पता जान लिया था, नोट कारोबारी और उनके सहयोगियों का नाम पता खलासी को किसने बताया? जिसके आधार पर उसने नामजद केस लिखाया
4- दूसरे दिन कार्रवाई करने में पुलिस ने शाम क्यों कर दिया? जब पांच लोग रात से ही हिरासत में थे।
5-इस पूरे मामले में जिस 6.20 लाख के गायब होने की बात विवाद का मुख्य बिंदु था उसे गौण कर दिया गया।