जालसाजी कर मृतक की जमीन करा दिया बैनामा, दोनों बैनामादार भिड़े
पैसा वापस करने की सहमति पर पुलिस ने दोनों को छोड़ा

16 लाख के वापसी के लिए हुआ विवाद
दोनों पक्ष फरियाद लेकर थाने पहुंचे
पैसा वापस करने की सहमति पर पुलिस ने छोड़ा
स्वाभिमान जागरण संवाददाता
देवरिया। लार थाना क्षेत्र के घारी वार्ड में शनिवार को दस बजे दो पक्षों में एक जमीन के फर्जी ढंग से बैनामा कराने के पैसे वापसी को लेकर विवाद हो गया। विवाद के बाद थाने पहुंचे दोनों पक्ष को पुलिस ने समझा बुझा पैसा वापस करने की शर्त पर छोड़ दिया।
लार थाना क्षेत्र के भईसही निवासी कुंजबिहारी कुशवाहा पुत्र स्वर्गीय विश्वंभर कुशवाहा का आरोप है कि लार के घारी वार्ड बाईपास निवासी महासागर कुशवाहा पुत्र नंदलाल कुशवाहा ने गयागिर में एक जमीन दिलवाने के नाम पर अपने खाते में 16 लाख दस हजार रुपया मंगा कर मेरी बहन कुंजलता कुशवाहा पत्नी सुनील कुशवाहा निवासी जतउर के नाम ढाई कट्ठा खेत रजिस्ट्री कराया। जमीन लार के ही कोइरी टोला निवासी कपिलदेव श्रीवास्तव के नाम थी। उनकी मौत वर्ष 1999 में ही हो गई थी लेकिन किसी दूसरे व्यक्ति को खड़ा कराकर 2023 में जमीन का बैनामा करा दिया। आज हम अपना पैसा मांगने गए थे तो विवाद हो गया।
दूसरी तरफ महासागर कुशवाहा का कहना है कि उक्त जमीन में हमने भी अपनी पत्नी रंजू देवी के नाम एक कट्ठा जमीन रजिस्ट्री कराया है। इस जमीन को छट्ठू प्रसाद ने लिखवाया था। उन्हीं को हमने पैसा दिया था। उन्हीं ने कपिलदेव श्रीवास्तव को खड़ा कराया था। रजिस्ट्री के समय कपिलदेव असली थे या कोई दूसरा खड़ा कराया गया हम इस मामले में बहुत कुछ नहीं जानते। ठगे तो हम भी गए हैं। उन्होंने कहा कि आज हमारे दरवाजे पर कुंज बिहारी कुशवाहा और उनके भाई अवध बिहारी कुशवाहा आकर विवाद करने लगे और मेरी पत्नी का मंगलसूत्र और मोबाइल छीन ले लिए और गड़ासा से मारने जा रहे थे। हमारी पत्नी थाने पर शिकायत लेकर गई तो पुलिस ने उसे ही बैठा लिया।
इस संबंध में प्रभारी निरीक्षक लार कपिलदेव चौधरी ने कहा कि फर्जीबाड़ा करके मृतक की जमीन रंजू देवी और कुंज लता के ही नाम से रजिस्ट्री कराई गई है। एक रजिस्ट्री में रंजू का पति ही गवाह है। कुंजबिहारी कुशवाहा ने मंगलसूत्र नहीं छीना है। विडिओ बना रही महिला का मोबाइल ले लिया था उसे वापस करने को बोल दिया गया है। कुंजबिहारी कुशवाहा को पैसा वापस करने की बात तय होने के बाद दोनों पक्ष को छोड़ दिया गया। यदि तय सीमा के अंदर पैसा वापस नहीं किया गया तो सुसंगत धाराओं में जालसाजी में लिप्त जितने लोग हैं सभी के खिलाफ केस दर्ज किया जाएगा।
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मोबाइल तो तोड़ दिया
रंजू देवी से मारपीट करने पहुंचे दो लोगों की जब वह विडिओ बना रही तो उन लोगों ने छीन लिया था। वह मोबाइल तोड़ दिया गया है।
फर्जी रजिस्ट्री में कई लोग है सम्मलित
सलेमपुर रजिस्ट्री आफिस पर दलालों का एक सिंडिकेट काम करता है। इस मामले में हाशिए के गवाह भी कम दोषी नहीं हैं। जो व्यक्ति कपिलदेव बनकर रजिस्ट्री किया वह भी दोषी है। किस प्रकार तहसील से गए सम्मन को तामिल करा दिया? जमीन का खारिज दाखिल भी हो गया। जब मौके पर निर्माण शुरू हुआ तो असलियत सामने आ गई। प्रशासन पूरे मामले की निष्पक्ष ढंग से जांच करे तो कई लोगों की गर्दन फंसेगी।



