गुठनी पुलिस ने यूपी से बिहार में प्रवेश करते ट्राली में छिपा कर ले जाई जा रही शराब पकड़ी
नीतीश सरकार की शराब बंदी ने युवाओं को अपराध की तरफ मोड़ा, बीस वर्ष के लड़के शराब तस्करी से करोड़पति बने

स्वाभिमान जागरण संवाददाता
देवरिया। नीतीश सरकार की शराब बंदी बिहार में पूरी तरह से फेल्योर हुई है। बिहार में एक कॉल में हर जगह शराब उपलब्ध हो जा रही है। बिहार सरकार की यह शराब बंदी यूपी – बिहार के बीस वर्ष तक के लड़को को शराब तस्करी के धंधे में धकेल दी है। इस आपराधिक कृत्य से कम उम्र में कितने लड़के करोड़पति बन गए। शराब तस्करों के आपसी गंगवार में कई युवा अल्प समय में अपनी जान भी गवां बैठे हैं। यूपी से बिहार में लगातार शराब तस्करी हो रही है। शराब तस्कर नित नए हथकंडे अपना रहे हैं। ट्रक, लग्जरी वाहन, बाइक के अलावा अब ट्रैक्टर ट्राली को भी इस धंधे में लगा दिया गया है। कृषि कार्य हेतु लिखी यह ट्रालियां अब शराब तस्करी में प्रयुक्त हो रहीं हैं। बिहार पुलिस ने मेहरौना – मैरवा मुख्य मार्ग पर गुठनी थाना क्षेत्र के जतौर बाजार के समीप पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर छापेमारी किया। इस दौरान पुलिस ने ट्रैक्टर के तहखाना से 1 लाख 80 हजार का शराब बरामद किया। गुठनी पुलिस ने बताया कि पुलिस को गुप्त सूचना मिली कि थाना क्षेत्र के ताली गांव के रास्ते तस्करो द्वारा शराब लाया जा रहा है। पुलिस ने एक टीम बनाकर सघन जांच शुरू कर दिया। जिसमें पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी। जहां ट्रैक्टर के अंदर से 32 कार्टून अंग्रेजी शराब बरामद किया गया। जिसकी कीमत बाजार में लगभग 1 लाख 80 हजार रुपए लगाई गई है। इस टीम में थानाध्यक्ष समेत अन्य पुलिस कर्मी मौजूद थे। थानाध्यक्ष ने कहा कि गिरफ्तार किए गए आरोपी की पहचान छपरा जिले के माझी थाना क्षेत्र के भलुआ बुजुर्ग गांव निवासी कृष्णा यादव उर्फ गोलू हैं। उन्होंने बताया कि इस कांड में संलिप्त अन्य आरोपियों के खिलाफ भी पुलिस लगातार छापेमारी कर रही है। उन्होंने कहा कि शराब के विरुद्ध इस तरह के अभियान चलाते रहेंगे। थानाध्यक्ष विकास कुमार सिंह ने कहा कि गिरफ्तार आरोपी ने पूछताछ में बताया कि शराब की डिलीवरी दरौली में करनी थी। उनका कहना था कि इसमें अन्य आरोपियों की संलिप्तता और उनके पहचान के लिए भी पूछताछ की जा रही है। पुलिस इनमें शामिल सभी आरोपियों के खिलाफ भी कड़ी कार्रवाई करेगी।



