देश विरोधी गतिविधियों की जांच शुरू, कुशीनगर में पकड़े गए थे ठग
ऑन लाइन फ्राड

स्वाभिमान जागरण संवाददाता
कुशीनगर। आप किसी को फोन करें तो सबसे पहले मोबाइल कंपनियों का विज्ञापन सुनाई देता है कि आप साइबर ठगी के शिकार न हों। ऐसे किसी भी घटना के शिकार होने के बाद तुरंत 1930 पर फोन कर अपनी शिकायत दर्ज कराएं। इतनी जागरूकता के बाद भी लोग ठगे जाते हैं। ठग अकूत संपति इकट्ठा कर रहे हैं। कुशीनगर में साइबर सेल और पुलिस ने एक ऐसे ठग गिरोह को जेल भेजने के बाद उनके देश विरोधी गतिविधियों की जांच शुरू कर दी है । उनका नेपाल से कनेक्शन होने की जांच कुशीनगर पुलिस कर रही है। इसके अलावा एसपी ने साइबर ठगों द्वारा चंद समय में अर्जित पांच करोड़ की संपत्तियों की जांच के लिए प्रवर्तन निदेशालय ईडी व इन्कम टैक्स विभाग को पत्र लिखा है। पुलिस ने उनके पास से काफी संख्या में मिले नेपाली सिम और नेपाली करेंसी के स्रोतों की जांच गहनता से कर रही है। इसमें पुलिस विभाग की गोपनीय शाखाओं को भी लगाया गया है।
बताया जा रहा कि पिछले 3 जून को कुशीनगर जिले के खड्डा थाने की पुलिस, स्वाट व साइबर सेल की संयुक्त टीम ने खड्डा क्षेत्र के मदनपुर से संगठित साइबर अपराधी गिरोह के चार बदमाशों को गिरफ्तार किया था। पकड़े गए बदमाशों की पहचान रंजीत उर्फ अविनाश यादव पुत्र विरेन्द्र यादव, विवेक यादव पुत्र कमला यादव, विनोद यादव पुत्र कमला यादव निवासीगण तुर्कहा थाना खड्डा व अमित पुत्र जगदीश प्रसाद निवासी मथौली बाजार थाना कप्तानगंज को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। उनके कब्जे से 5 करोड़ रुपये की सम्पत्ति, वाहन, कैश आदि की बरामदगी की थी। इसमें करीब 20 लाख रुपये से अधिक आभूषण (सोने, चादी एवं हीरे), करोड़ों के जमीन के कागजात, मकान व दुकान के कागत, एक स्कॉर्पियो व एक लग्जरी कार, 2 बाइक, चार नेपाली व 27 भारतीय सिम, 4 बैंक पासबुक, चाईनीज गेम कम्पनियों को बेचे गये आनलाईन टेलीग्राम एप द्वारा खाताधारकों के खातों से डेटायुक्त कुल 13 मोबाइल फोन, अपराध में प्रयुक्त दो लैपटॉप, अपराध से अर्जित नगद 1 लाख 40 हजार रुपये व नगद 10 हजार 385 नेपाली मुद्रा के साथ एक पासपोर्ट व एक चेकबुक आदि शामिल हैं। जिले में पहली बार साइबर ठगी की संपत्तियों की जांच के लिए एसपी ने प्रवर्तन निदेशालय की टीम समेत इन्कमटैक्स विभाग को पत्र लिख कर पूरे मामले की गहनता से जांच करने की मांग की है। ईडी की जांच होने की संभावना बढ़ गई है। वहीं इनके पास से सवा दस हजार की नेपाली करेंसी मिलने तथा चार नेपाली सिम मिलने तथा विदेशों से प्राप्त रकम को देश विरोधी गतिविधियों में शामिल होने की जांच भी पुलिस की विभिन्न टीमें गहनता से कर रही हैं। ये चाइनीज गेम के माध्यम से कम समय में यह अकूत संपत्ति इकट्ठा किए हैं। साइबर ठग गिरोह का सरगना रंजीत यादव टेलीग्राम पर उपलब्ध चाइनीज गेमिंग ऐप में भोले भाले लोगों के खातों का इस्तेमाल करता था। ठगों को जेल भेजे जाने के बाद गहन जांच शुरू हो गई है।