महराजगंज : तीन दशक बाद रेल-लाइन के लिए मिली हरी झंडी
स्वाभिमान जागरण संवाददाता महराजगंज। केंद्र सरकार ने उत्तर प्रदेश के महराजगंज जिला मुख्यालय को रेल लाइन से जोड़ने के लिए राखी पर्व तोहफा दिया है। भारतीय रेलवे ने गतिशक्ति स्कीम के तहत गोरखपुर मंडल के जिला मुख्यालय महराजगंज को जोड़ने वाली आनंदनगर से घुघली रेलवे लाइन को मंजूरी प्रदान कर दी है। केंद्रीय मंत्री पंकज चौधरी और रेलवे मंत्री अश्विनी वैष्णव के बीच हुई कई दौर की वार्ता के बाद केंद्रीय रेलवे बोर्ड ने शुक्रवार को इस बाबत अधिसूचना जारी की है केन्द्र राज्य वित्त मंत्री ने कहा भारतीय रेलवे के नेटवर्क पर महराजगंज जनपद मुख्यालय अलग-थलग पड़ा हुआ था, जिससे यहां के लोगों को गोरखपुर जाकर ट्रेन पकड़नी पड़ती थी। जिले की व्यावसायिक गतिविधियां भी प्रभावित हो रही थी। इस नई लाइन के बिछ जाने के बाद यहां के लोगों की जीवन बदल जाएगा। उनके लिए किसी सपने के पूरा होने से कम नहीं है प्रस्तावित 52.7 किमी लंबाई की इस रेल लाइन को बनाने को लेकर चौधरी के प्रयासों को कई बार झटका लगा, लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी। प्रधानमंत्री कार्यालय से लेकर रेल मंत्रालय के अफसरों से लेकर मंत्री स्तर तक वार्ताओं का दौर चलता रहा। पिछले सप्ताह केंद्रीय रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव और वित्तराज्य मंत्री पंकज चौधरी के बीच लंबी वार्ता हुई, जिसमें इस रेल लाइन को हरी झंडी मिल गई भारतीय रेले बोर्ड के गतिशक्ति के संयुक्त निदेशक अभिषेक जगवात ने शुक्रवार यानी 25 अगस्त 2023 अधिसूचना भी जारी कर दी है। इसके तहत रेललाइन के सिविल कार्य के लिए कुल 875.30 करोड़ रूपए, सिग्नल व टेलीकॉम कार्य के लिए 18.17 करोड़ और इलेक्ट्रिकल कार्यों के लिए 64.26 करों रुपए मंजूर किए गए हैं। पूर्वोत्तर रेलवे के इस सेक्शन की रेल लाइन के तैयार होने पर कुल लागत 958.27 करोड़ रूपए की लागत आने का अनुमान है महराजगंज जिला उत्तर प्रदेश के सुदूर उत्तर में स्थित है, जिसकी उत्तरी सीमा नेपाल और दक्षिणी गोरखपुर से मिलती है, जबकि पूर्वी सीमा पर बिहार और पश्चिमी सीमा राज्य का सिद्धार्थनगर से लगी हुई है। इस नई रेललाइन के बन जाने से जिले की 11 नगर निकायों वाले इस जिले की कारोबारी गतिविधियों को बल मिलेगा। नारायणी, गंडक, राप्ती, चंदन, प्यास, घोघी और डंडा जैसी नदियों के किनारे बसे यहां के लोगों के लिए रेलवे का यह तोहफा किसी सपना पूरा होने जैसा ही है।
-रिपोर्ट: विनय पाठक




