एनसीसी कैडेट्स ने बढ़ चढ़कर किया प्रतिभाग।
स्वर्णाक्षरों में अंकित रहेगा कारगिल विजय दिवस- लेफ्टिनेंट शेषनाथ।

स्वाभिमान जागरण संवाददाता महराजगंज
हमें सदैव देश की आन मान शान प्रतिष्ठा और सम्मान के लिए मर मिटने की शपथ लेनी चाहिए। हमें यह भी शपथ लेनी चाहिए कि जिस देश भूमि पर जन्म लिया बलिदान उसी पर हो जाएं ।निश्चित रूप से यह हमारे लिए जज्बा जोश जुनून और उत्साह का विषय है कि हमारे देश के जवान सदैव अपनी आहुति दे कर के अपने राष्ट्र को सशक्त और समर्थ बनाने का प्रयास करते हैं। यूं तो युद्ध बहुत हुए उसमें एक युद्ध जो भारत और पाकिस्तान के बीच में लगातार 60 दिनों तक चला और 26 जुलाई 1999 को विजय श्री को प्राप्त हुआ ।इसी दिवस को कारगिल विजय दिवस के नाम से जाना जाता है । इस युद्ध में विजय से वैश्विक स्तर पर देश की पहचान बनी और सैन्य शक्ति में भी देश मजबूत हुआ ।इस युद्ध में अनेक वीर शहीद हुए ।कितने मां की गोद सूनी हुई। कितने बहने विधवा हो गई लेकिन फिर भी उनके दिए गए सहादत सदैव याद किए जाएंगे और इस गौरव गाथा को विजय दिवस को स्वर्णाक्षर में अंकित पाया जाएगा। उक्त वक्तव्य दिग्विजयनाथ इंटरमीडिएट कॉलेज चौक बाजार महराजगंज में कारगिल विजय दिवस के 26वीं वर्षगांठ पर एनसीसी के तत्त्वावधान में आयोजित कार्यक्रम में बतौर मुख्य वक्ता बोलते हुए लेफ्टिनेंट शेषनाथ ने कही। उन्होंने कहा कि देश के जवान बढ़ते तापमान और वर्फ के नीचे अपने देश की रक्षा के लिए सेवा देते हैं।एनसीसी के कैडेट्स से उन्होंने कहा कि हम समर्पित भाव से देश की सेवा करने का संकल्प लें क्योंकि पहले देश है फिर आत्मरक्षा है। कार्यक्रम में विशिष्ट वक्ता के रूप में विद्यालय के शिक्षक विनोद कुमार विमल ने कहा कि कारगिल विजय दिवस से हमारे देश के सैनिकों तथा युवाओं को सदैव प्रेरणा मिलती है हमें देश के प्रति सदैव श्रद्धा विश्वास और समर्पण की भावना जागृत रखनी चाहिए ।इस कार्यक्रम में विद्यालय के डॉ राकेश कुमार तिवारी अरविंद कुमार लेफ्टिनेंट तुलसी प्रसाद दिलीप कुमार पांडेय के साथ ही एनसीसी के कैडेट्स भी कारगिल विजय दिवस पर अपने विचार प्रस्तुत किए। विजय दिवस के अवसर पर प्रधानाचार्य डॉ हरिन्द्र यादव ने एनसीसी के कैडेट्स को राष्ट्र के प्रति समर्पण की भावना को जागृत रखने के लिए कहा उन्होंने कहा कि युवाओं के समर्पण और सेवा से ही देश सशक्त और मजबूत होता है। सूचना मीडिया प्रभारी डॉ राकेश कुमार तिवारी द्वारा दी गई।



