
अरुण मिश्र / स्वाभिमान जागरण
भलुअनी, देवरिया। 17 अप्रैल 2025 को भलुअनी थानाक्षेत्र के नगर पंचायत के वार्ड नं 8 गोविन्द बल्लभ पंत नगर (पठखौली) निवासी सोमनाथ गौड़ पुत्र परशुराम गौड़ द्वारा भलुअनी पुलिस को तहरीरी सूचना देकर अवगत कराया गया कि उनका भतीजा आरुष गौड़ (9 वर्ष) पुत्र योगेश कुमार जो 16 अप्रैल 2025 को सायंकाल 06.15 बजे घर से बाहर गया था वापस नही आया, के सम्बन्ध में प्राप्त तहरीर के आधार पर भलुअनी पुलिस द्वारा अज्ञात का अभियोग पंजीकृत कर बच्चे की खोजबीन की जा रही थी।
पुलिस अधीक्षक विक्रान्त वीर द्वारा बच्चे की खोजबीन व बरामदगी हेतु पुलिस टीमों का गठन किया गया । गठित पुलिस टीमों द्वारा बच्चे की खोजबीन के क्रम में 01 अगस्त 2025 को मदनपुर थानाक्षेत्र के ग्राम डुमरी निवासी जयप्रकाश गौड़ पुत्र स्व0 रामप्यारे गौड़ को मुखबिर की सूचना पर उसके घर के पास से गिरफ्तार किया गया जिससे पूछताछ के क्रम में थानाक्षेत्र सुरौली के ग्राम पैकौली निवासी अभियुक्त इन्द्रजीत कुमार गौड़ उर्फ अतुल कुमार पुत्र श्रीराम व कोतवाली थानाक्षेत्र के परसिया मिसकारी निवासी उसके मौसी के लड़के भीम गौड़ पुत्र मोतीलाल गौड़ को मिसकारी के पास से गिरफ्तार किया गया ।
पुलिस से पूछताछ के क्रम में ज्ञात हुआ कि अभियुक्त इन्द्रजीत की शादी माह दिसम्बर 2024 में शम्भा पुत्री परशुराम गौड़ निवासिनी पठखौली थाना भलुअनी से हुई थी जो शादी के कुछ दिन बाद अपने ससुराल गया तो उसके ऊपर कथित तौर पर देवी मां सवार होने की बात बताई गयी और वह बीमार हो गया ।इस बात को लेकर उसके ससुराल वाले परेशान हो गये और उसे झाड़-फूंक आदि हेतु जयप्रकाश जो की इन्द्रजीत का मामा है, के पास ले गये जहां उसके द्वारा कथित तौर पर नरबलि देने की बात कही गयी ।
अभियुक्त इन्द्रजीत गौड़ के द्वारा गोरखपुर जनपद के गगहा थानाक्षेत्र के गौरपार गांव निवासी अपने साढ़ू रमाशंकर उर्फ शंकर गौड़ पुत्र रामदुलारे गौड़ से अपनी पूरी बात बतायी गयी तथा 50 हजार रुपये में नरबलि हेतु एक छोटे बच्चे की व्यवस्था करने के लिये कहा गया ।
रमाशंकर उर्फ शंकर गौड़ द्वारा 16 अप्रैल 2025 को अपने बड़े साले योगेश कुमार के बड़े लड़के आरुष गौड़ उम्र लगभग 09 वर्ष को बहला-फुसलाकर अपने घर लेकर चला गया और 19 अप्रैल 2025 को इन्द्रजीत के मौसेरे भाई भीम को बुलाकर दे दिया ।
इन्द्रजीत द्वारा अपने मामा जयप्रकाश व अपने मौसी के लड़के भीम के साथ मिलकर थाना कोतवाली क्षेत्र के पिपरा चन्द्रभान के बगीचे में रात्रि में कथित तौर पर पूजा-पाठ कर उसका चाकू से गला रेतकर उसकी हत्या कर दी गयी और शव को वहीं पर गाड़ दिया गया ।
बाद में अभियुक्त इन्द्रजीत द्वारा शव को निकाल लिया गया और भीम गौड़ के साथ मिलकर 20 अप्रैल 2025 को एक बोरे में रखकर एक पीकप वाहन से ले जाकर गौराघाट, बरहज में नदी में फेंक दिया गया ।
अभियुक्तों की निशानदेही से हत्या में प्रयुक्त आलाकत्ल चाकू को पिपरा चन्द्रभान के बगीचे से व घटना में प्रयुक्त पिकप वाहन संख्या UP 52T 7589, मोटरसाइकिल संख्या UP 52AR 8525 तथा फावड़ा अभियुक्त भीम गौड़ के घर से बरामद किया गया है।
पुलिस ने अभियुक्त रमाशंकर उर्फ शंकर गौड़ को मुखबिर की सूचना पर सोनाड़ी मोड़ के पास से गिरफ्तार करते हुए उसके पास से घटना में प्रयुक्त एक मोटरसाइकिल वाहन संख्या UP 52 L 8890 बरामद किया गया पुलिस टीम द्वारा बरामद आलाकत्ल, वाहन व फावड़ा आदि को कब्जे में लेकर चारो अभियुक्तों को गिरफ्तार करते हुए जेल भेज दिया गया।
गिरफ्तार करने वाली पुलिस टीम मे प्रभारी निरीक्षक अजय कुमार पाण्डेय,
0उ0नि0 प्रदीप कुमार पाण्डेय,उ0नि0 आशीष कुमार तिवारी,उ0नि0 विरेन्द्र कुमार,
हे0का0 जयप्रकाश चौधरी,
का0 वृजेन्द्र सिंह यादव,
का0 कमलेश चौहान,का0 विनोद यादव,का0 अरविन्द यादव,
का0 प्रिन्स सिंह शामिल रहे।



