मथुरानगर के वनटागिया भारीबैसी में विकास कार्यों की बदहाली।
नालियों की सफाई न होने से फैली दुर्गंध।

स्वाभिमान जागरण संवाददाता, समरधीरा, महराजगंज।
फरेन्दा विकास खंड के अंतर्गत मथुरानगर के टोला वनटागिया भारीबैसी में सरकारी विकास कार्यों की स्थिति बेहद चिंताजनक हो गई है। जहां एक ओर सरकार की ओर से क्षेत्र के समुचित विकास के लिए स्कूल, आंगनबाड़ी केंद्र, मिनी स्टेडियम, पेयजल टंकी और नालियों जैसे आवश्यक निर्माण कराए गए थे, वहीं दूसरी ओर इनकी देखरेख और सफाई व्यवस्था पूरी तरह से बदहाल हो गई है।स्थानीय लोगों का आरोप है कि बरसात के मौसम में नालियों की सफाई बिल्कुल नहीं की गई है। नालों में बड़ी-बड़ी घास उग आई हैं और कई स्थानों पर मिट्टी जम जाने से गंदा पानी जमा हो गया है, जिससे न केवल आसपास दुर्गंध फैल रही है, बल्कि संक्रामक बीमारियों का खतरा भी बढ़ गया है।स्थानीय निवासी मनतू, हरिहर, जगदीश, कलावती, कमला और शीला ने बताया कि नाली में उगी घास में जहरीले सांप तक देखे जा रहे हैं। ऐसे में रात के समय लोग डर के साए में जी रहे हैं। सफाई कर्मी महीनों से दिखाई नहीं दिए हैं और न ही कीटनाशक दवाओं या ब्लीचिंग पाउडर का छिड़काव किया गया है।ग्रामीणों का आरोप है कि गांव के विकास के लिए सरकार द्वारा भेजे गए धन का सही उपयोग नहीं हो रहा है। उनका कहना है कि यदि समय रहते सफाई और कीट नियंत्रण की व्यवस्था नहीं की गई, तो क्षेत्र में डेंगू, मलेरिया जैसी बीमारियां फैलने का खतरा है। ऐसे में सफाई कर्मी लाखों- लाखों का वेतन लेकर डकार रहे हैं और सफाई गांव में एक दिन भी नहीं कर रहे हैं।ग्राम प्रधान रीता चौरसिया से संपर्क करने का प्रयास किया गया, लेकिन बात नहीं हो सकी।ब्लॉक कार्यालय में दर्ज मोबाइल नंबर में रिचार्ज न होने के कारण ग्रामीणों को भी उनसे संपर्क करने में कठिनाई हो रही है।स्थानीय प्रशासन और जिम्मेदार विभागों से ग्रामीणों की अपील है कि जल्द से जल्द क्षेत्र में सफाई अभियान चलाया जाए और कीटनाशक दवाओं का छिड़काव कराया जाए, ताकि लोगों को राहत मिल सके।