पशुओं में लंपी रोग से पशुपालक परेशान।

स्वाभिमान जागरण संवाददाता महराजगंज।
क्षेत्र के पशुपालकों के लिए पशुओं में तेजी से फैल रही लंपी नामक घातक बीमारी परेशानी का सबब बन गई है, इस रोग से प्रभावित पशुओं के कष्ट से पालक भी परेशान हो रहे है पशुओं खासकर गौ वंशीय में इस रोग का प्रकोप तेजी से फैल रहा है, लगभग हर गांव में इस रोग से ग्रसित पशु पाए जा रहे हैं। इस रोग से ग्रसित पशु के शरीर में जगह जगह फोड़े बन जा रहे है पशु खाना खाना या तो कम कर दे रहा है या फिर बंद ही कर दे रहा है इन फोड़ों में मवाद फूट रहा हैजिसका कोई मुकम्मल इलाज पशुचिकित्सक नहीं बता पा रहे न ही उनके महंगे एंटीबायोटिक काम कर रहे है बीमारी की गंभीरता को देखते हुए जिम्मेदारों ने एडवाइजरी जारी कर पशुपालकों को देशी उपचार सुझाए हैं जो की अपर्याप्त होने के साथ ही अवैज्ञानिक भी कहे जा सकते हैं इन में नीम की पति तुलसी की पत्ती मेहंदी की पत्ती सहित लहसुन व प्याज के साथ ही जीरा व गुड़ आदि शामिल है सवाल है कि कोविड जैसी महामारी का वैक्सीन ढूढने वाले देश में गौ रक्षा का ढिंढोरा पीटने वाले एक कारगर दवा का इजाद नहीं कर पा रहे या गौ संरक्षण मात्र दिखावा बन कर रह गया है स्थिति स्पष्ट हो जायेगी यदि गौ संरक्षण स्थलों की ईमानदारी से जांच कर ली जाए।



