सुहागिन महिलाओं ने पुत्र की दीर्घायु की कामना को लेकर रखा जीवित्पुत्रिका व्रत।

स्वाभिमान जागरण संवाददाता, महराजगंज।
पितृपक्ष के अष्टमी तिथि दिन रविवार को सुहागिन महिलाओं ने रखा जीवित्पुत्रिका व्रत।सजधज कर शिव मंदिरों में पहुंच कर देवाधिदेव महादेव मां पार्वती सहित गणेश का षोडशोपचार विधि से पूजन अर्चन वन्दन कर पुत्र के दीर्घायु की कामना की। इस व्रत को लेकर सुहागिन महिलाएं सुहाग से जुड़ी वस्तुओं को खरीदने के लिए आतुर दिखी। बीते दिनों से महराजगंज, फरेन्दा, घुघली पनियरा, सिसवा, नौतनवां, निचलौल, लक्ष्मीपुर, बृजमनगंज, बहादुरी, भैया फरेंदा, धानी सहित छोटे बड़े बाजारों सहित चौराहे पर चहल-पहल देखा जा रहा है। सुहागिन महिलाएं सुहाग से जुड़े सामग्री की खरीददारी करने में मशगूल रही। आज रविवार को इस व्रत को निर्जला रखकर सुहाग से जुड़े सामग्री को लेकर शिव मंदिरों में पहुंच कर देवाधिदेव महादेव की पूजन अर्चन वन्दन कर पति पुत्र के दीर्घायु की मंगल कामना की। जिससे मंदिरों पर चहल-पहल रहा। आचार्य विशुनदेव त्रिपाठी ने बताया कि इस व्रत में एक दिन पहले सरपुतिया की सब्जी खाना जरुरी होता है। चौबीस घंटे निराजल रखकर सुहागिन महिलाएं चार बजे भोर में गुड़ चीनी मिलाकर प्रसाद ग्रहण कर जल पीती है सुहागिन महिलाओं के लिए यह व्रत एक तपस्या है जो किसी तपस्या कम नहीं है। आज यह व्रत श्रद्धा विश्वास के साथ सुहागिन महिलाओं ने बड़े ही सहजता से उत्साह पूर्वक मनाया । इसके पश्चात घर में तरह तरह के मीठा पकवान भी बनाती है, और श्रद्धा पूर्वक व्राह्मण भोजन करा दान पुण्य करतीं हैं। इसी क्रम में यह त्यौहार श्रद्धा पूर्वक पूरे जनपद के हर गांवों में बड़े धूमधाम से मनाया जा रहा है।



