
खखरेरू/फतेहपुर – किसानों की समस्याओं को लेकर चल रहा भारतीय किसान यूनियन का धरना दूसरे दिन अधिकारियों को ज्ञापन सौंपे जाने के साथ समाप्त हुआ।
ब्लॉक अध्यक्ष अम्बोल सिंह के नेतृत्व में हजारों की संख्या में जुटे किसानों ने अपनी 24 सूत्रीय मांगों को लेकर प्रशासन को ज्ञापन सौंपा और चेतावनी दी कि यदि शीघ्र समाधान नहीं हुआ तो आंदोलन पुनः शुरू किया जाएगा।
धरने के दौरान सबसे अधिक चर्चा का विषय रहा साधन सहकारी समितियों में सचिवों की मनमानी और तानाशाही रवैया। किसानों ने आरोप लगाया कि समिति पौली के सचिव द्वारा किसान पर लूट का फर्जी मुकदमा दर्ज करवाना पूरी तरह अन्यायपूर्ण है। इस घटना को लेकर किसान अधिकारियों के प्रति आक्रोशित नजर आए।
ब्लॉक अध्यक्ष अम्बोल सिंह ने कहा कि किसान के ऊपर दर्ज झूठे मुकदमे को तत्काल वापस लिया जाए और सचिवों की दादागिरी पर रोक लगाई जाए। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि किसानों के साथ हो रहे अन्याय को नहीं रोका गया तो भारतीय किसान यूनियन बड़ा आंदोलन करेगी।
किसानों की 24 सूत्रीय मांगों में प्रमुख रूप से –
सहकारी समितियों में अनियमितताओं पर रोक,
परसिद्धपुर-गोढ़वा मार्ग को गड्ढामुक्त करने,
अन्ना मवेशियों से फसलों की सुरक्षा,
कोटेदारों द्वारा राशन वितरण में की जा रही घटतौली पर कार्रवाई,
ग्राम सभा शिवपुरी में कब्जाई सरकारी भूमि को खाली कराने,
प्रधानमंत्री आवास योजना (2025–26) की पात्र-अपात्र सूची सार्वजनिक करने,
स्मार्ट मीटर के नाम पर किसानों के उत्पीड़न को रोकने,
वृद्धा व विधवा पेंशन हेतु आय प्रमाण पत्र में लेखपालों द्वारा की जा रही धांधली की जांच कराने जैसी मांगें शामिल थीं।
किसानों ने यह ज्ञापन एडीओ कृषि देवेंद्र कुमार मिश्रा, विषय वस्तु विशेषज्ञ सूरज कुमार, थाना प्रभारी विद्या प्रकाश सिंह नरसिंह पटेल, धनंजय सिंह, सूरज भान, भरत लाल सहित हजारों की संख्या में किसान मौजूद रहे
कार्यक्रम में सैकड़ों की संख्या में किसान मौजूद रहे और प्रशासन से न्याय व पारदर्शिता की मांग करते हुए शांतिपूर्ण तरीके से धरना समाप्त किया।



