मेरी माटी मेरा तीर्थ मेरा फतेहपुर मैं ही सवारूंगा – प्रवीण पांडेय बुंदेलखंडी
युवाओं के रोजगार के अवसर पर विशेष शोध पत्र किया जा रहा तैयार

मजदूरी के लिए न हो पलायन
गांव नगर विकास खंड में सम्पर्क विमर्श कर लिए जा रहे सुझाव
– डिजिटल माध्यम से भी मिल रहे सुझाव
खागा फतेहपुर ::- बुंदेलखंड राष्ट्र समिति द्वारा 12 अक्टूबर को फतेहपुर नगर में आयोजित की जाने वाली “मेरा फतेहपुर – मैं ही सवारूंगा” समग्र फतेहपुर विमर्श कार्यशाला की तैयारियां पूरी जोरों पर हैं। समिति ने 12 सितंबर से 11 अक्टूबर तक जनपद के सभी नगरों और विकासखंडों में जाकर मूलभूत जानकारी एकत्र करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। इस दौरान स्थानीय जनता से संवाद कर उनकी प्राथमिक आवश्यकताओं, समस्याओं और सुझावों को दर्ज किया जा रहा है।
साथ ही, सभी सामाजिक संगठन, पत्रकार बंधु और जन सरोकार से जुड़े संगठनों से संपर्क कर उनके सुझाव भी एकत्र किए जा रहे हैं। इन सभी जानकारियों को दस्तावेज़ में शामिल कर फतेहपुर के व्यापक विकास की योजना तैयार की जाएगी।
पर्यावरणविद, लेखक, 42बार खून से खत लिख चुके एक लाख से अधिक राखी और पाती पीएम नरेंद्र मोदी को भेजवा चुके , बुंदेलखंड राष्ट्र समिति के संस्थापक, केंद्रीय अध्यक्ष प्रवीण पाण्डेय बुंदेलखंडी ने पूर्व ने नव दिवसीय पदयात्रा कर जिले के यमुना तटीय गाँवों की समस्याओं का प्रत्यक्ष अवलोकन किया। इस अनुभव और प्राप्त तथ्यों का उपयोग भी कार्यशाला में तैयार दस्तावेज़ में किया जाएगा।
प्रवीण पाण्डेय बुंदेलखंडी का कहना है कि “समग्र फतेहपुर विमर्श” केवल एक कार्यक्रम नहीं, बल्कि जनपद की दिशा बदलने का अभियान है।
फतेहपुर का भविष्य केवल सरकार से अपेक्षा करने से नहीं बदलेगा, बल्कि सामूहिक विमर्श, जनप्रतिनिधियों की एकजुटता और सामाजिक संगठन पत्रकार बंधुओं की सक्रिय भागीदारी से ही संभव होगा। 12 अक्टूबर की यह कार्यशाला फतेहपुर के लिए एक नए युग की शुरुआत मानी जा रही है।


