नगर पंचायत खखरेरू में रावण मैदान में चल रही छः दिवसीय रामलीला का हुआ समापन

छठवें दिन राम और रावण के बीच भयंकर युद्ध हुआ, जिसमें राम ने रावण को मार गिराया। इस मौके पर दर्शकों ने राम की जीत का जश्न मनाया और आतिशबाजी की।
रामलीला में राम और रावण के युद्ध का मंचन किया गया, जिसमें राम ने अपने बाणों से रावण को पराजित किया। इस दौरान दर्शकों की आंखें राम और रावण के युद्ध को देखकर रोमांचित हो गईं।
रामलीला के आयोजकों ने बताया कि रामलीला का उद्देश्य लोगों को रामायण की कहानी से अवगत कराना और समाज में संस्कृति और नैतिक मूल्यों को बढ़ावा देना है। उन्होंने बताया कि रामलीला के माध्यम से लोगों को सत्य, न्याय और धर्म के मार्ग पर चलने की प्रेरणा मिलती है।
इस मौके पर रामलीला समिति के अध्यक्ष आनंद मिश्रा, ओमप्रकाश सिंह, मुन्ना मिश्रा, मुन्ना चौधरी, महेश अग्रहरि, ऋषिराज अग्रहरि, मदनलाल सोनी और चेयरमैन ज्ञानचंद्र केशरवानी व्यवस्था में रहे। उन्होंने बताया कि रामलीला का आयोजन पूरी तरह से निःशुल्क है और इसमें सभी वर्गों के लोग शामिल हो सकते हैं।
रामलीला के दौरान दर्शकों की सुविधा के लिए विशेष व्यवस्था की गई थी। रामलीला को सफल बनाने में आयोजकों और स्थानीय लोगों का महत्वपूर्ण योगदान रहा। रामलीला के समापन पर दर्शकों ने आयोजकों को धन्यवाद दिया और आगे भी ऐसे आयोजनों का आयोजन करने की मांग की।
इस अवसर पर रामलीला समिति के अध्यक्ष आनंद मिश्रा ने कहा कि रामलीला का आयोजन हमारी संस्कृति और परंपरा का हिस्सा है। उन्होंने कहा कि हमें अपनी संस्कृति और परंपरा को बचाए रखने के लिए ऐसे आयोजनों का आयोजन करना चाहिए।
रामलीला के समापन पर दर्शकों ने रामलीला समिति के आयोजकों को बधाई दी और आगे भी ऐसे आयोजनों का आयोजन करने की मांग की।


